तिरुवनंतपुरम, सितंबर 26 -- केरल में साइबर वित्तीय धोखाधड़ी रोकने के लिये पुलिस और बैंकोंं ने एकसाथ मिलकर काम करने का फैसला किया है जिससे साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ जोरदार रणनीति बनाने में मिलेगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार से से सभी जिलों में पुलिस अधिकारियों और बैंक प्रबंधकों की संयुक्त रूप से बैठकें आयोजित की जायेंगी, जिससे साइबर धोखाधड़ी से निवारक उपाय और सतर्कता बढ़ायी जा सकेगी।
बैठक में म्यूल अकाउंट्स, संदिग्ध डिजिटल लेनदेन और धोखाधड़ी वाले "डिजिटल गिरफ्तारी" घोटालों पर चर्चा होगी। ये घोटाले पीड़ितों को धोखेबाजों के खातों में बड़ी रकम ट्रांसफर करने के लिए प्रेरित करते हैं।
पुलिस और बैंकिंग अधिकारी मिलकर साइबर खतरे की तुरंत पहचान करेंगे और ग्राहकों को भारी नुकसान होने से पहले ही संदिग्ध धन-राशि को रोक देंगे। उन्नत निगरानी उपायों में एटीएम और अन्य संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कवरेज का विस्तार और कानूनी कार्रवाई के लिए साइबर हॉटस्पॉट की मैपिंग शामिल है।
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