तिरुवनंतपुरम , अक्टूबर 31 -- केरल पुलिस ने राज्य पुलिस प्रमुख रवादा आज़ाद चंद्रशेखर के निर्देश पर शुरू किए गए ऑपरेशन 'सीवाई हंट' के अंतर्गत साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने और संगठित धोखाधड़ी नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए व्यापक कार्रवाई करते हुए राज्य भर में 263 लोगों को गिरफ्तार किया और 382 मामले दर्ज किए।
एक विज्ञप्ति में कहा गया कि केरल के सभी पुलिस थानों की सीमाओं में समन्वित छापेमारी की गई। इस अभियान के दौरान, 125 लोगों को नोटिस जारी किया गया और उन पर निगरानी रखी गई।
निगरानी के दायरे में आने वाले लोगों में वे बैंक खाताधारक शामिल हैं जिनके खातों का कथित रूप से उनकी जानकारी के बिना साइबर धोखाधड़ी के लिए दुरुपयोग किया गया, वे व्यक्ति जिन्होंने हवाला या संदिग्ध लेनदेन के माध्यम से धन प्राप्त किया या स्थानांतरित किया तथा वे लोग जिनके साइबर वित्तीय अपराधों से अप्रत्यक्ष या न्यूनतम संबंध पाए गए।
इस अभियान में मुख्य रूप से एटीएम, चेक और अन्य अवैध माध्यमों का उपयोग करके धोखाधड़ी वाले वित्तीय लेनदेन में शामिल देशव्यापी संगठित साइबर अपराध गिरोहों के सदस्यों के साथ-साथ कमीशन के लिए अपने बैंक खाते किराए पर देने वाले व्यक्तियों को लक्षित किया गया। सभी गिरफ्तार लोगों को विभिन्न अदालतों में पेश किया गया है और उन्हें हिरासत में भेज दिया गया।
विज्ञप्ति के अनुसार, अंतरराज्यीय संबंधों का पता लगाने और धोखाधड़ी के पूरे पैमाने का पर्दाफाश करने के लिए आगे की जांच जारी है। केरल पुलिस, केरल के बाहर दर्ज मामलों में अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए अन्य राज्यों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगी।
राज्यव्यापी प्रवर्तन अभियान की निगरानी साइबर ऑपरेशन विंग, क्षेत्र के डीआईजी और जिला पुलिस प्रमुखों द्वारा की गई।
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