पथानामथिट्टा (केरल) , अक्टूबर 22 -- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को लेकर यहां प्रमादम स्टेडियम में बनाये गये हैलीपेड पर उतरे हेलीकॉप्टर के पहिये हेलीपैड में आंशिक रूप से धंस गये लेकिन श्रीमती मुर्मु इससे पहले ही सुरक्षित उतर गयी थीं।

राष्ट्रपति के आगमन को लेकर स्टेडियम मेंं नया हेलीपैड कुछ घंटों पहले ही बनाया गया था। पुलिस और अग्निशमन कर्मियों ने हेलीकॉप्टर को आगे धकेल कर पहियों को निकाला।

सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति के आगमन से कुछ घंटे पहले ही कंक्रीट के हेलीपैड की सतह पूरी हुई थी और बारिश तथा नम मौसम की वजह से यह पूरी तरह से सेट नहीं हो पाया था। इसके बावजूद, सुरक्षा और जमीनी समन्वय टीमों ने उतरने की अनुमति दे दी। उतरने के तुरंत बाद हेलीकॉप्टर के टायर नरम कंक्रीट में धंस गए, जिससे ग्राउंड स्टाफ को हस्तक्षेप करना पड़ा। राष्ट्रपति की सुरक्षा को लेकर हालांकि कोई खतरा उत्पन्न नहीं हुआ।

इस घटना को एक बड़ी सुरक्षा और प्रक्रियात्मक चूक बताया जा रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि श्रीमती मुर्मु पहले ही हेलीकॉप्टर से सुरक्षित उतर गयी थीं। पर्यवेक्षकों का कहना है कि अगर हेलीकॉप्टर उतरते समय इस समस्या का सामना करता, तो परिणाम गंभीर हो सकते थे। मूल योजना राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर को निलक्कल में उतारने की थी, लेकिन प्रतिकूल मौसम के कारण अंतिम समय में निर्णय बदलकर हेलीकॉप्टर को प्रमादम की ओर मोड़ दिया गया। जल्दबाजी में बनाया गया हेलीपैड ( जो अभी भी पूरी तरह से तैयार नहीं हुआ था) हेलीकॉप्टर का भार सहन करने में असमर्थ साबित हुआ। इस घटना के बाद यह निर्णय लिया गया है कि राष्ट्रपति की वापसी यात्रा के लिए उस हेलीकॉप्टर का उपयोग नहीं किया जाएगा। इसके बजाय, भारतीय वायु सेना निलक्कल से एक अन्य हेलीकॉप्टर तैनात करेगी, जहाँ पूरी तरह से संरचनात्मक और सुरक्षा जाँच की जा चुकी है।

राष्ट्रपति आज सुबह 8:40 बजे प्रमादम पहुँचीं । यहां उनका स्वागत देवस्वओम मंत्री वीएन वासवन, सांसद एंटो एंटनी, विधायक केयू जिनेश कुमार और प्रमोद नारायणन, ज़िला कलेक्टर एस. प्रेम कृष्णन और ज़िला पुलिस प्रमुख आर. आनंद ने किया। इसके बाद राष्ट्रपति सड़क मार्ग से पम्पा के लिए रवाना हुईं, जहाँ से उन्होंने सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर की अपनी तीर्थयात्रा शुरू की।

पंपा गणपति मंदिर में पारंपरिक केट्टुनिरा (पवित्र बंडल बांधना) अनुष्ठान मंदिर के पुजारी विष्णु नंबूदरी और शंकरन नंबूदरी करेंगे। सुरक्षा एजेंसियों ने सबरीमाला में राष्ट्रपति के साथ आने वाले लोगों की सही संख्या का खुलासा नहीं किया है, लेकिन केट्टुनिरा करने के लिये दल के 50 सदस्यों के लिये व्यवस्था की गयी है।

श्रीमती मुर्मु पूजा-अर्चना करने के बाद सन्निधानम प्रशासनिक परिसर के अंदर विशेष रूप से तैयार किये गये सुइट में दो घंटे आराम करेंगी। श्रीमती मुर्मु अपराह्न 3:10 बजे सन्निधानम से रवाना होंगी और निलक्कल से शाम 4:20 बजे तिरुवनंतपुरम वापसी कर सकती हैं।

निलक्कल हेलीपैड की पूरी सुरक्षा जाँच के बाद वापसी यात्रा के लिए वायु सेना द्वारा एक नया हेलीकॉप्टर तैनात किया जाएगा। राष्ट्रपति की ऐतिहासिक सबरीमाला यात्रा के दौरान हुयी इस घटना पर सुरक्षा विशेषज्ञों और राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं आई हैं।

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