पलक्कड़ , दिसंबर 23 -- केरल में भीड़ के हमले में रे गये छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूर का शव मंगलवार को नेदुम्बस्सेरी हवाई अड्डे से उसके पैतृक स्थान पर भोजा गया।

वालयार के पास अट्टापलम में गत 17 दिसंबर को रामनारायण भयर (31) की कथित रूप से चोरी के संदेह में भीड़ में शामिल लोगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।

पीड़ित की पत्नी ललिता और दो बच्चों सहित परिवार के सात सदस्य शव के साथ सुबह लगभग 10:00 बजे विमान से रवाना हुए। परिवार को आज तड़के त्रिशूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल (टीएमसीएच) से शव प्राप्त हुआ।

इससे पहले, परिवार ने पोस्टमार्टम के बाद 19 दिसंबर को शव लेने से इनकार कर दिया था और मामले में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या का आरोप शामिल करने की मांग की थी तथा केरल सरकार से 25 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की थी।

राजस्व मंत्री के. राजन और जिला कलेक्टर अर्जुन पांड्यान की उपस्थिति में हुई चर्चा के बाद, सरकार ने शव और परिवार के सदस्यों को छत्तीसगढ़ ले जाने के सभी यात्रा खर्चों को वहन करने पर सहमति व्यक्त की। शव को हवाई अड्डे से पैतृक गांव तक ले जाने के लिए एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गई।

सरकार ने आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष (सीएमडीआरएफ) से कम से कम 10 लाख रुपये का मुआवजा देने का प्रस्ताव मंत्रिमंडल के समक्ष रखा जाएगा। अधिकारियों ने यह भी कहा कि पीड़ित के जाति प्रमाण पत्र के सत्यापन के बाद बीएनएस और आईपीसी के अंतर्गत भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या और एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम सहित अतिरिक्त धाराएं लगाई जाएंगी।

इस बीच, मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने मंगलवार को अट्टापलम निवासी विनोद और जगदीश नामक दो और व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जिससे गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या सात हो गई है। सभी के खिलाफ बीएनएस की धारा 103 (1) के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि कुछ महिलाओं सहित आठ और संदिग्ध फरार हैं, जिनमें से कुछ के तमिलनाडु भाग जाने का संदेह है और उन सभी को पकड़ने की प्रक्रिया जारी है।

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