त्रिशूर , अक्टूबर 03 -- केरल में एक 16 वर्षीय मुस्लिम लड़की ने पहली बार विजयदशमी के अवसर पर चेरुथुरुथी स्थित पारंपरिक नृत्य संस्थान कलामंडलम् में हिंदू पौराणिक कथाओं पर आधारित कथकली नृत्य का शानदार प्रदर्शन प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया।
सुश्री सबरी ने अपनी छह सहपाठियों के साथ मंच पर कदम रखते हुए 'कृष्णवेशम्' से अपने नृत्य की शुरुआत की और उस पल को उन्होंने 'लंबे समय से संजोये गये सपने के सच होने' जैसा बताया।
सुश्री सबरी का कथकली के साथ सफर 2023 में उस समय शुरू हुआ, जब वह आठवीं की छात्रा के रूप में कलामंडलम् में शामिल हुईं। उस समय कलामंडलम् में उनका प्रवेश एक ऐतिहासिक उपलब्धि की तरह था, क्योंकि मुस्लिम समुदाय की किसी लड़की ने संस्थान में कथकली सीखने के लिए कभी नामांकन नहीं कराया था।केवल 2020-21 शैक्षणिक वर्ष के दौरान ही कलामंडलम् ने आधिकारिक तौर पर लड़कियों को कथकली सीखने और प्रदर्शन करने की अनुमति देनी शुरू की थी। कलामंडलम ने 95 साल पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए केरल की सांस्कृतिक विरासत में अपना नाम दर्ज करा लिया।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित