तिरुवनंतपुरम , अक्टूबर 12 -- केरल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) पर सबरीमला अयप्पा मंदिर से कथित सोना चोरी के खिलाफ पार्टी के शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा करने का आरोप लगाया है।

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने माकपा पर आरोप लगाया कि उसने राज्य के खजाने को लूटने के बाद अब मंदिरों को लूटने, धमकी देने और सड़क पर हिंसा के जरिए असहमति दबाने का काम शुरू कर दिया है।

उन्होंने कहा, "अगर माकपा सोचती है कि वह गुंडागर्दी से असहमति कुचल सकती है तो वह ग़लतफ़हमी में हैं। भाजपा चुप नहीं रहेगी। जब डीवाईएफआई कार्यकर्ता शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को रोकते हैं तो इससे यही साबित होता है कि मंत्री वी.एन. वासवन कुछ छिपा रहे हैं।"श्री चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि सबरीमला सोना चोरी की कथित घटना में श्री वसावन और माकपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं की संलिप्तता है। उन्होंने कहा कि एट्टूमनूर में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन से लौट रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर हिंसक हमला सत्तारूढ़ दल की हताशा को दर्शाता है। उन्होंने कहा, "महिला कार्यकर्ताओं पर भी हमला किया गया। यह राजनीति नहीं, बर्बरता है।" उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि जब माकपा कार्यकर्ता हमला कर रहे थे तब पुलिस चुपचाप खड़ी तमाशा देख रही थी।

भाजपा के प्रदेश महासचिव अनूप एंटनी ने कथित हमले की निंदा करते हुए कहा, "कम्युनिस्ट शासन इसी तरह अपना भ्रष्टाचार छुपाता है लेकिन भाजपा की लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक मंत्री श्री वसावन इस्तीफा नहीं देते और यह हिंसक राजनीतिक संस्कृति समाप्त नहीं हो जाती।"पूर्व केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन ने भी सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधते हुए इस घटना को लोकतंत्र और आस्था पर हमला करार दिया।

प्रत्यक्षदर्शियों और भाजपा नेताओं का दावा है कि एट्टूमनूर में विरोध मार्च से लौटते समय पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया, जिसमें कई लोग घायल हुए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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