तिरुवनंतपुरम , नवंबर 01 -- केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने केरल पिरावी के अवसर पर दुनिया भर के मलयाली लोगों को बधाई दी है। राज्य के गठन के 69 वर्ष पूरे होने पर यह त्यौहार मनाया जा रहा है।
अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि यद्यपि केरल आकार में छोटा है फिर भी इसने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति के लिए लगातार वैश्विक मान्यता प्राप्त की है।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष का केरल पिरवी और भी महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि राज्य ने "अत्यंत गरीबी मुक्त राज्य" का दर्जा प्राप्त कर ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त की है।
उन्होंने कहा कि विश्व में केवल कुछ ही क्षेत्रों ने यह उपलब्धि प्राप्त की है जिसे वास्तव में प्रगतिशील एवं मानवीय समाज की पहचान माना जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल एक सांख्यिकीय उपलब्धि नहीं बल्कि एक मानवीय छलांग भी है। उन्होंने कहा, "केरल अब गर्व से कह सकता है कि राज्य में कोई भी व्यक्ति भोजन, आश्रय या मुफ़्त स्वास्थ्य सेवा से वंचित नहीं है। यह एक ऐसा मॉडल है जिस पर दुनिया भर के मलयाली गर्व कर सकते हैं।"मुख्यमंत्री विजयन ने समानता, सामाजिक न्याय और मानव विकास के स्तंभों पर निर्मित "नए केरल" के लिए सरकार के दृष्टिकोण की पुष्टि की और एक ऐसे समाज के निर्माण में सामूहिक प्रयास का आह्वान किया जहां कोई भी पीछे न छूटे।
उन्होंने कहा, "इस केरल पिरवी दिवस पर, आइए हम मिलकर एक ऐसे केरल का निर्माण करें जहां कोई भूखा न रहे, कोई अलग-थलग न रहे और सभी को समान अवसर मिलें।"मुख्यमंत्री ने दुनिया भर के मलयाली लोगों को केरल पिरवी की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और केरल की समावेशी विकास यात्रा को बनाए रखने में निरंतर सहयोग का आग्रह किया।
केरल पिरवी एक नवंबर, 1956 को केरल राज्य की स्थापना का प्रतीक है, जब मलयालम भाषी क्षेत्रों को मिलाकर एक राज्य बनाया गया था। यह मलयाली लोगों की एकता एवं पहचान का प्रतीक है और सामाजिक सुधार, साक्षरता और सांस्कृतिक उत्कृष्टता की गौरवशाली विरासत का प्रतिबिंब है।
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