कोल्लम , अक्टूबर 10 -- केरल के कोल्लम जिले में पिछले पांच वर्षों में 2,850 से अधिक विषैले सांपों को बचाकर उन्हें जंगलों में सुरक्षित स्थानों पर छोड़ा गया है। इससे सर्पदंश से होने वाली मौतों में 75 प्रतिशत की कमी आयी है।

कोल्लम वन विभाग के अधिकारी कोशी जॉन ने बताया कि 2020 में शुरू किये गये वन विभाग के 'सांप जागरूकता और बचाव कार्यक्रम' (एसएआरपी) के तहत जिले में सर्पदंश से होने वाली मौतों में कमी आयी है। यह वर्ष 2019 में 123 से घटकर 2024 में केवल 30 रह गयी, जो 75 प्रतिशत की कमी है।

उन्होंने बताया कि वर्तमान में कोल्लम में कुल 47 प्रशिक्षित स्वयंसेवक काम कर रहे हैं। इन स्वयंसेवकों का समन्वय 'सर्प' मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से किया जाता है। यह ऐप जनता को इन बचावकर्मियों से जोड़ता है, कार्यों पर नजर रखता है और आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करता है।

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