बटाला (गुरदासपुर) , नवंबर 08 -- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शनिवार को यहां नवनिर्मित तहसील परिसर का लोकार्पण किया, जिससे लोगों को एक ही छत के नीचे सभी नियमित प्रशासनिक सेवाएं उपलब्ध होंगी।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि नये तहसील परिसर का निर्माण 10 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। उन्होंने कहा कि नये परिसर के निर्माण से 314 गांवों के लोग अब एक ही छत के नीचे विभिन्न सरकारी सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।
उन्होंने कहा कि इस सुविधा से छह विधानसभा क्षेत्रों के निवासियों को बहुत लाभ होगा। तहसील परिसर में एसडीएम, तहसीलदार, कानूनगो और पटवारियों के कार्यालय के साथ-साथ एक नागरिक सेवा केंद्र भी है। उन्होंने कहा कि परिसर में एक अत्याधुनिक ई-रजिस्ट्री कार्यालय भी है और जनता की सुविधा के लिए एक लिफ्ट भी लगायी गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब विश्वविद्यालय में पिछले दरवाजे से घुसपैठ की पुरज़ोर कोशिश कर रही है, जिसे कतई मंज़ूरी नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अपनी स्थापना के समय से ही, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ राज्य की भावनात्मक, सांस्कृतिक, साहित्यिक और समृद्ध विरासत का हिस्सा रहा है। उन्होंने इस बात पर अफ़सोस जताया कि विश्वविद्यालय का दर्जा बदलने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार छात्रों के व्यापक हित में ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा पंजाब विरोधी भावना से ग्रस्त है, जिसके कारण वह राज्य को बर्बाद करने पर तुली हुई है। उन्होंने कहा कि भाजपा स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस समारोहों में राज्य की झांकियों को शामिल नहीं होने देती। इसी तरह, बीबीएमबी, पंजाब विश्वविद्यालय और अन्य मामलों में अनुचित हस्तक्षेप भी भाजपा का राज्य के प्रति शत्रुतापूर्ण रवैये को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में कई कार्यक्रम आयोजित कर रही है। उन्होंने बताया कि नौवें सिख गुरु के पदचिह्नों वाले लगभग 140 कस्बों और गांवों के समग्र विकास के लिए 70 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसी प्रकार, राज्य सरकार 23 से 25 नवंबर तक श्री आनंदपुर साहिब की पवित्र धरती पर एक विशेष विधानसभा सत्र सहित कई बड़े कार्यक्रम आयोजित करेगी।
श्री मान ने चिंता व्यक्त की कि चुनाव आयोग की गिरती विश्वसनीयता लोकतंत्र के लिए घातक साबित हो सकती है। उन्होंने कहा कि अगर कोई राजनीतिक दल ईवीएम और वोट चोरी पर सवाल उठा रहा है, तो चुनाव आयोग को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। श्री मान ने कहा कि चुनाव आयोग चुप है और भाजपा उसके मुखपत्र की तरह काम कर रही है, जो बहुत गलत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि न सिर्फ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बल्कि पूरा कांग्रेस नेतृत्व सामंती मानसिकता से ग्रस्त है, जिसके कारण वे आम लोगों के ख़िलाफ़ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि यह पहली बार नहीं है कि राजा वड़िंग ने ऐसा बेबुनियाद बयान दिया हो, बल्कि इन घमंडी नेताओं का यह रोज़मर्रा का काम है।
श्री मान ने कहा कि प्रताप सिंह बाजवा, सुनील जाखड़ (अब भाजपा में) और अन्य नेताओं ने अपनी ही पार्टी के एक पूर्व मुख्यमंत्री के ख़िलाफ़ भी ऐसी ही भाषा का इस्तेमाल किया था।
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