बेंगलुरु , नवंबर 17 -- कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने सोमवार को केंद्र सरकार की तीखी आलोचना करते हुए उस पर शासन और प्रशासन की बजाय राजनीतिक पैंतरेबाज़ी को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया।

श्री खरगे ने कहा, "शासन करने के बजाय वे राज्य सरकारों और विपक्षी दलों को गिराने में व्यस्त हैं। यही उनका एकमात्र काम लगता है।" उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर राष्ट्रीय मुद्दों के बजाय गलत राजनीतिक गठजोड़ को अंजाम देने पर ध्यान केंद्रित करने का आरोप लगाया।

मंत्री ने कहा कि भारत आर्थिक मंदी, बढ़ती बेरोजगारी और राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं जैसी गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है लेकिन राजनीतिक रणनीतियों के कारण इन मुद्दों को दरकिनार किया जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से इस बात का उल्लेख किया कि दिल्ली विस्फोट सहित महत्वपूर्ण घटनाओं की जाँच, विपक्ष के नेतृत्व वाले राज्यों को अस्थिर करने के प्रयासों के बीच पीछे छूट गई है।

श्री खरगे ने मीडिया की व्यापक शासन संबंधी मुद्दों की अनदेखी करने और कांग्रेस के आंतरिक मामलों पर ज़रूरत से ज़्यादा ज़ोर देने के लिए भी आलोचना की। उन्होंने कहा, "मीडिया प्रशासन और शासन के मामलों की तुलना में कांग्रेस की अंदरूनी कलह में ज़्यादा रुचि रखता है।" उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि मीडिया को पार्टी के बारे में अटकलें लगाने से अधिक नागरिकों के सामने आने वाली वास्तविक चुनौतियों पर ध्यान देना चाहिए।

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