अमृतसर , अक्टूबर 24 -- शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने शुक्रवार को श्री दरबार साहिब परिसर स्थित केंद्रीय सिख संग्रहालय में सिख इतिहास की महत्वपूर्ण हस्तियों भाई कुम्मा मश्की के साथ-साथ बाबा अजीत सिंह हंसाली वाले और बाबा मोहन सिंह मतवाला की तस्वीरों को सुसज्जित किया।
श्री हरमंदिर साहिब के मुख्यग्रंथी ज्ञानी रघबीर सिंह, तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी टेक सिंह और शिरोमणि कमेटी के मुख्य सचिव सरदार कुलवंत सिंह मनन ने तस्वीरों से पर्दा हटाने की रस्म अदा की। ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि सिख संगठन राष्ट्र के लिए कड़ी मेहनत करने वालों को केंद्रीय सिख संग्रहालय में उनकी तस्वीरें प्रदर्शित करके सम्मानित करता है। उन्होंने कहा कि भाई कुम्मा मश्की, जिन्होंने दसवें गुरु गोबिंद सिंह के श्री आनंदपुर साहिब छोड़ने के बाद परिवार के अलग होने पर माता गुजरी और छोटे साहिबजादों की सेवा की, का सिख जगत में बहुत सम्मान है। उन्होंने सरकारों की परवाह किए बिना गुरु परिवार की सेवा की। उन्होंने कहा कि भाई कुम्मा मश्की जी का जीवन संगत के लिए सदैव प्रेरणादायी रहेगा।
ज्ञानी रघबीर सिंह ने बाबा अजीत सिंह हंसालीवाले को याद करते हुए कहा कि उनका पूरा जीवन मानवता की सेवा को समर्पित रहा। उन्होंने धर्म के प्रचार के साथ-साथ स्कूल, कॉलेज और अस्पताल स्थापित किये और जरूरतमंद लड़कियों की शिक्षा के लिए भी विशेष प्रयास किये। इसी तरह, सिंह साहिब ने बाबा मोहन सिंह मतवाला के बारे में कहा कि उन्होंने गुरमत विद्यालय की स्थापना की और कई ग्रंथी, रागी और कथावाचक तैयार किए, जो सिख धर्म के प्रचार के लिए एक बड़ा कार्य है।
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