ईटानगर , अक्टूबर 06 -- केंद्रीय कोयला और खनन मंत्री जी किशन रेड्डी ने अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू के साथ मिलकर सोमवार को चांगलांग जिले के खारसांग के लोंगटाम में नामचिक-नाम्फुक कोयला खदान का भूमि पूजन और उद्घाटन किया जिससे राज्य में पहली बार वाणिज्यिक कोयला खनन परिचालन की शुरुआत हुई।
इस मौके पर बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि यह परियोजना नयी उम्मीद का प्रतीक है और पूर्वोत्तर के विकास के लिये और ऊर्जा सुरक्षा के मार्ग के लिये मील का पत्थर है।
उन्होंने कहा कि नामचिक-नाम्फुक कोयला खदान में करीबन 1.5 करोड़ टन कोयला का भंडार है जिसका परिचालन आधिकारिक रूप से आज शुरू हो गया।
श्री रेड्डी ने कहा कि कोयला हमेशा ही भारत के ऊर्जा क्षेत्र की रीढ़ बना हुआ है और देश के विकास में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारत आज कोयले का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता है। साथ ही वैश्विक स्तर पर भंडार मामले में पांचवा सबसे बड़ा देश है।
उन्होंने भरोसा जताया कि नये कोयला क्षेत्र से रोजगार के अवसर पैदा होंगे तथा अरुणाचल प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने इस अवसर को अरुणाचल प्रदेश के लिए ऐतिहासिक दिन बताया और कहा कि इस परियोजना से राज्य को लगभग 100 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व मिलने की उम्मीद है।
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