भरतपुर , नवम्बर 03 -- राजस्थान में भरतपुर जिले के महुआ (दौसा) सीमा पर आगरा- जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 21 पर रविवार देर रात राज्य के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा द्वारा मिल्क फूड प्रोसेसिंग प्लांट पर की गयी छापेमारी के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग से लेकर पुलिस महकमे तक में हड़कंप मच गया है।

खाद्य सुरक्षा विभाग के सूत्रों ने सोमवार को बताया कि दाउजी मिल्क फूड प्रोसेसिंग प्लांट में बड़े पैमाने पर नकली देसी घी, बटर और मिल्क पाउडर बनाने की सूचना पर की शुरू की गयी छापेमारी सोमवार तड़के तक तक चली। इस कार्रवाई के दौरान मौके पर हजारों लीटर दूध का स्टॉक और रसायन से भरे करीब 20 ड्रम तूड़ी (चारा) के ढेर में दबे हुए मिले।

सूत्रों ने बताया कि नकली दूध की आशंका के कारण 25 हजार लीटर दूध नष्ट कराया गया। कई ड्रम में पनीर और नकली घी का स्टॉक मिला है। मौके पर मिले देशी घी के पैकेटों पर गाय का शुद्ध घी लिखा हुआ है, जिसकी आपूर्ति आर्मी स्कूल में होना बताया जा रहा है। वहां अमूल सहित 17 अलग-अलग ब्रांडों के पैकेट मिले हैं। यहां आगरा से दूध आता है।

मौके पर पकड़े गये ट्रैक्टर चालक ने बताया कि यूरिया और कास्टिक सोडा मिलाकर दूध तैयार करके लाया जाता है। 25 ड्रम छिपाकर रखे हुए थे, जिनमें बदबू आ रही थी।

कृषि मंत्री की इस कार्रवाई के बाद पुलिस एवं प्रशासन के उच्चाधिकारियों के साथ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने देर रात मौके पर पहुंचकर खाद्य निरीक्षकों की मौजूदगी में कारखाने का निरीक्षण करके नमूने लिये। चिकित्सा विभाग के सूत्रों ने बताया कि पहले भी इस कारखाने पर कार्रवाई करते हुए नमूने लिये गये थे और माल भी सीज किया गया था।

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