बालोद, सितंबर 27 -- छत्तीसगढ़ के बालोद जिले की ग्राम पंचायत कनेरी में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। पंचायत ने वर्ष 2019-2024 के कार्यकाल के दौरान ग्राम पंचायत विकास कार्य योजना (जीपीडीपी) के तहत ग्रामीणों को कूड़ादान वितरण करने के लिए बड़ी मात्रा में खरीदी की थी। इसके लिए पंचायत ने 12 जनवरी 2024 को संबंधित वेंडर को एक लाख 48 हजार रुपये का पूरा भुगतान भी कर दिया।

हैरानी की बात यह है कि ग्रामीणों को आज तक कूड़ादान नहीं मिला। ग्रामीणों का आरोप है कि खरीदी केवल कागजों पर की गई और राशि का बंदरबांट कर लिया गया।

जब इस संबंध में पंचायत सचिव से बात की गई तो उनका कहना था कि जनसंख्या के आधार पर कम मात्रा में खरीदी हुई थी, इसलिए कूड़ादान का वितरण अब तक नहीं किया गया। वहीं, पंचायत की सरपंच दिनेश्वरी सिन्हा इस मामले में कुछ भी कहने से बचती नजर आईं।

ग्रामीणों का आरोप है कि यह भ्रष्टाचार का अकेला मामला नहीं है। पिछले कार्यकाल के कई काम, जैसे कचरा ढुलाई और शौचालय निर्माण, अधूरे पड़े हैं लेकिन उनके भुगतान पहले ही निकाल लिए गए। यही नहीं, वर्तमान सरपंच का यह दूसरा कार्यकाल है और कई लंबित कार्यों की राशि बिना कार्य पूर्ण हुए ही खर्च कर दी गई।

गुरूर जनपद पंचायत के सीईओ उमेश रात्रे ने मामले की जांच कराने की बात कही है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर निष्पक्ष जांच हुई तो पंचायत में कई और बड़े घोटाले उजागर हो सकते हैं।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित