कूचबिहार , अक्टूबर 23 -- पश्चिम बंगाल के कूचबिहार के पुलिस अधीक्षक (एसपी) द्युतिमान भट्टाचार्य से जुड़ा विवाद बुधवार को उस समय गहरा गया जब दिवाली समारोह के दौरान महिलाओं और बच्चों पर उनके हमले के विरोध में एसपी के बंगले के सामने सड़क जाम करने के आरोप में 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।

श्री भट्टाचार्य पर स्थानीय लोगों ने अपने आवास के पास पटाखे फोड़ने पर दिवाली के दौरान बच्चों और एक महिला शिक्षिका सहित अन्य लोगों पर हमला करने का आरोप लगाया था।

गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने तीन महिलाओं को जमानत दे दी, लेकिन पांच को पुलिस हिरासत में लेने का आदेश दिया और बाकी दो को जिला सुधार गृह (जेल हिरासत) भेज दिया।

गिरफ्तारी के मामले को लेकर लोगों में आक्रोश फैल गया है। लोगों का दावा है कि यह विरोध-प्रदर्शन शांतिपूर्ण था और पुलिस की मनमानी के जवाब में था।

एक स्थानीय निवासी ने कहा कि लोगों में बहुत गुस्सा है। महिलाओं और नाबालिगों पर हमला करने वाले एसपी के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय प्रशासन पीड़ितों और विरोध करने वालों पर ही कार्रवाई कर रहा है।

प्रदर्शनकारियों ने एसपी भट्टाचार्य को तत्काल निलंबित करने और उनके तबादले की मांग की थी। उनका आरोप था कि उन्होंने बिना किसी पूर्व चेतावनी या महिला पुलिसकर्मी की मौजूदगी के खुद निवासियों को डंडे से पीटा।

प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि कि एसपी देर रात साधारण कपड़ों में अपने बंगले के बाहर आए और पटाखे फोड़कर दिवाली मना रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया।

श्री भट्टाचार्य ने हालांकि किसी भी हमले की घटना से इनकार किया है और कहा है कि पुलिस ने केवल ध्वनि नियंत्रण नियमों को लागू करने तथा कानून-व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास किया था।

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