उदयपुर, सितम्बर 27 -- राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर की कुलगुरू डॉ. सुनीता मिश्रा के वक्तव्य को पूर्णतया अनुचित और अशोभनीय बताया है।

श्री देवनानी ने शनिवार को यहां कुलगुरू डा मिश्रा के वक्तव्य पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान के सर्वाच्च पद पर आसीन व्यक्ति से तथ्यात्मक, संतुलित, मर्यादित और शालीन वक्तव्य की अपेक्षा की जाती है, किन्तु कुलगुरू की टिप्पणी से जनभावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि वीरशिरोमणि महाराणा प्रताप की धरा का प्रतिनिधित्व करने के बावजूद मुगल शासक की प्रशंसा करना स्वाभिमान की रक्षा करते हुए प्राणों का उत्सर्ग करने वाले वीरों के अपमान के समान है।

श्री देवनानी ने कहा कि इस प्रकार का आचरण उच्च शिक्षा के स्तर और शैक्षणिक परिवेश के अनुरूप नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल एवं राज्य सरकार से अपेक्षा है कि वे इस प्रकरण पर जनभावनाओं का सम्मान करते हुए उचित कार्रवाई करेंगे।

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