रायपुर , दिसंबर 24 -- छत्तीसगढ़ पुलिस ने झारखंड के कुख्यात अपराधी मयंक सिंह को ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लाकर आज न्यायालय में पेश किया जहां से उसे 27 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।

इस दौरान रायपुर पुलिस उससे विभिन्न संगीन मामलों में गहन पूछताछ करेगी, जिससे कई बड़े खुलासों की संभावना जताई जा रही है।

रायपुर एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह मयंक सिंह से पूछताछ के लिए स्वयं साइबर अपराध कार्यालय पहुंचे। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ में कारोबारी ठिकानों पर हुई फायरिंग, हथियारों की सप्लाई, गैंग नेटवर्क और अंतरराज्यीय कनेक्शन जैसे अहम बिंदुओं पर फोकस किया जा रहा है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग से संभावित संबंधों को लेकर भी उससे सवाल किए जा रहे हैं।

बताया जा रहा है कि मयंक सिंह रायपुर में हुए बहुचर्चित फायरिंग कांड का मुख्य आरोपी है। जुलाई 2024 में कोयला और कंस्ट्रक्शन कारोबारी प्रहलाद राय और पीआरए ग्रुप के कार्यालय पर फायरिंग की घटना सामने आई थी, जिसका सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हुआ था। पुलिस जांच में इस वारदात की साजिश में मयंक सिंह की भूमिका उजागर हुई थी, जिसके बाद उसके खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी किया गया।

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मयंक सिंह पर हत्या, रंगदारी, धमकी, फायरिंग और आपराधिक षड्यंत्र सहित 45 से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं। वह लंबे समय तक विदेश में रहकर अपने नेटवर्क का संचालन कर रहा था और उद्योगपतियों, कारोबारियों व नेताओं से रंगदारी मांगने के आरोप भी उस पर हैं।

जांच में यह भी सामने आया है कि 16 जून 2024 को कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मयंक सिंह ने छत्तीसगढ़ की मीडिया को धमकी भरा ई-मेल भेजा था, जिसमें उसने गिरफ्तारी को साजिश बताते हुए कारोबारियों के परिवारों को नुकसान पहुंचाने की चेतावनी दी थी। इस मामले की जांच भी अब पुलिस रिमांड के दौरान की जाएगी।

मयंक सिंह को गैंगस्टर अमन साव का करीबी माना जाता रहा है, जबकि लॉरेंस बिश्नोई से उसके संबंधों की भी चर्चा है। हाल ही में इंटरपोल की सहायता से उसे अजरबैजान से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया था।

झारखंड में यह पहला मामला माना जा रहा है, जब किसी कुख्यात अपराधी को विदेश से प्रत्यर्पित कर लाया गया हो। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, मयंक सिंह डंकी रूट के जरिए विदेश गया था और कई देशों में रहने के बाद अमेरिका से आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। अब उसके प्रत्यर्पण और गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि संगठित अपराध से जुड़े कई अहम राज सामने आएंगे।

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