पटना , दिसंबर 23 -- बिहार के कृषि मंत्री रामकृपाल यादव ने मंगलवार को कहा कि किसान मेला न केवल किसानों के लिए सीख और अवसर का माध्यम बनेगा, बल्कि बिहार की कृषि को नई उंचाइयों तक ले जाने में मील का पत्थर सिद्ध होगा।

कृषि मंत्री श्री यादव ने आज यहां आयोजित दो दिवसीय (23-24 दिसंबर) राष्ट्रीय किसान दिवस एवं किसान मेला 2025 के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी नवाचार की भूमिका निर्णायक है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से वैज्ञानिकों और किसानों के बीच सीधा संवाद स्थापित होता है, जिससे शोध की उपलब्धियां खेतों तक प्रभावी ढंग से पहुंचती हैं।

कृषि मंत्री ने कहा कि पूर्वी भारत, विशेषकर बिहार, कृषि की अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र है।यहां की उपजाऊ भूमि, मेहनतकश किसान और समृद्ध परंपरा राज्य की सबसे बड़ी पूंजी हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में बिहार सरकार किसान-कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए कृषि को लाभकारी, टिकाऊ और जलवायु-अनुकूल बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। केंद्र-राज्य के संयुक्त प्रयासों और आईसीएआर जैसे अग्रणी संस्थानों के सहयोग से समृद्ध किसान और सशक्त कृषि का लक्ष्य अवश्य प्राप्त होगा।

कृषि मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि किसान मेला न केवल किसानों के लिए सीख और अवसर का माध्यम बनेगा, बल्कि बिहार की कृषि को नई उंचाइयों तक ले जाने में मील का पत्थर सिद्ध होगा।

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