रांची, 30अक्टूबर (वार्ता) झारखंड के खूंटी जिला के अंतर्गत रेवा ग्राम में भारत सरकार,कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत वनस्पति, संगरोध एवं संग्रह निदेशालय के तत्वावधान में केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र (सीआईएमपीसी ), रांची से 14 सप्ताह तक चलाए जा रहे किसान खेत पाठशाला प्रशिक्षण कार्यक्रम खरीफ़ का आज समापन हुआ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन पर किसान खेत दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें कार्यालय प्रभारी, वनस्पति संरक्षण अधिकारी अशोक कुमार एच. पी. के द्वारा किसानों को आई.पी.एम. तकनीक से फसलों में अपनाने के लिए कहा एवं बाकी किसान बंधुओं तक भी आई. पी. एम. तकनीक के महत्व को बताने के लिए कहा गया।
प्रशिक्षिका प्यारी संगा, सहायक पौध संरक्षण अधिकारी के द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया गया, प्रशिक्षण में ग्राम के 35 किसानों को उनके फसलों में लगने वाले कीट - रोग की पहचान कर उनके द्वारा फसलों में हानि का स्तर स्वयं पता लगाकर उसपे विभिन्न आईपीएम तकनीक अपनाकर नियंत्रण करना,मित्र कीटों की पहचान कर उन्हें खेतों में संरक्षित करना,फसल को स्वस्थ रखने के लिए बीजोपचार करना,रसायनों का उचित मात्रा में उपयोग , रसायन उपयोग करते समय की जाने वाली सावधानियां एवं कीटनाशकों का मनुष्य पर होने वाले दुष्प्रभाव के विषय आदि के बारे में प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यक्रम में केंद्र के तकनीकी सहायक,पूर्णेंद्र मिश्रा, वार्ड सदस्य अनिता देवी सबिता देवी, कृषक मित्र पुष्पा देवी तथा प्रशिक्षु किसानगण उपस्थित रहे। किसानों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में लाभान्वित होने पे प्रसन्नता जाहिर की । और आगे भी ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम रखने के लिए कहा।
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