बारां , नवम्बर 27 -- राजस्थान के बारां जिला मुख्यालय पर अंता विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रहे नरेश मीणा का किसानों और आम लोगों की 32 समस्याओं एवं मांगों को लेकर जिला कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी रहा।

श्री मीणा आमजन को न्याय दिलाने को लेकर बुधवार शाम से ही धरने पर बैठे हैं। धरने की खबर के बाद जिले भर से काफी संख्या में पीड़ित लोग एवं समर्थक धरनास्थल पर पहुंचे हैं।

बताया जाता है कि बारां जिले में किसानों की समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर बुधवार शाम को किसान नेता नरेश मीणा अचानक गद्दा, रजाई साथ लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे और अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गये। उनके बैठते ही बड़ी संख्या में किसान और समर्थक मौके पर जमा हो गये। कलेक्ट्रेट पर सभा भी हो रही है, जिसमें कई वक्ताओं के भाषण चल रहे हैं।

बारां जिले की अंता विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय बतौर शिकस्त खाये नरेश मीणा ने कहा कि जिले के किसानों को खाद और यूरिया पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा, जिसके कारण किसान परेशान हैं। घंटों तक लंबी कतारों में खड़े रहने के बावजूद किसान को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। इस समस्या का तत्काल समाधान होना आवश्यक है, लेकिन जनप्रतिनिधि एवं सरकार निष्क्रिय है।

श्री मीणा ने कहा कि किसानों को अब तक फसल बीमा दावे की राशि नहीं मिली है। सरकार इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे रही है। इसके अलावा उन्होंने परवन सिंचाई वृहद परियोजना के पानी का इंतजार, सोयाबीन उड़द और मक्का के कटाई कार्य लंबित औ वन्यजीवों से फसलों को हो रहे नुकसान जैसे मुझे उठाये हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि नीलगाय, हिरण, जंगली सूअर और मगरमच्छ किसानों की फसलों और जान माल को नुकसान पहुंचा रहे हैं, लेकिन सरकार मुआवजा देना तो दूर कोई संतोषप्रद जवाब भी नहीं दे रही है।

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