हैदराबाद , अक्टूबर 19 -- केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने शिक्षा ,अभिभावकों की भागीदारी और मातृभाषा के सम्मान के महत्व पर ज़ोर दिया है।

श्री रेड्डी ने रविवार को यहाँ सुंदरय्या विज्ञान केंद्र में आयोजित अंबरपेट मंडल मान्यता प्राप्त स्कूल एसोसिएशन पुरस्कार समारोह में पुरस्कार हासिल करने वाले शिक्षकों,छात्रों और उनके अभिभावकों को बधाई दी। उन्होंने शिक्षा में उत्कृष्टता को मान्यता देने के लिए एसोसिएशन के निरंतर प्रयासों की सराहना की।

उन्होंने कहा "ऐसे उत्साहजनक कार्यक्रमों से शिक्षकों और छात्रों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ती है और उनकी कड़ी मेहनत को सभी से सराहना मिलती है।"श्री रेड्डी ने कहा कि शिक्षा अब सभी लोगों के लिये सर्वोच्च प्राथमिकता बन गई है। पहले सरकार को बच्चों का स्कूलों में दाखिला कराने के लिए अभियान चलाने पड़ते थे लेकिन आज अभिभावक खुद अपने बच्चों को पढ़ने के लिए भेज रहे हैं। यह बदलाव हमारे देश के विकास के लिए एक अच्छा संकेत है।

उन्होंने अभिभावकों से सरकारी स्कूलों को कमतर न आंकने का आग्रह करते हुये कहा कि देश की कई जानी-मानी हस्तियाँ इन्हीं स्कूलों से पढ़ी हैं। उन्होंने अंबरपेट के स्कूलों के प्रबंधन की सराहना की कि उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि छात्रों को फीस संबंधी परेशानियों का सामना न करना पड़े। केन्द्रीय मंत्री ने कहा "शिक्षा ही वह असली संपत्ति है जो माता-पिता अपने बच्चों को दे सकते हैं।"श्री रेड्डी ने मोदी सरकार की नयी शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुये कहा कि इसमें अंग्रेजी के साथ-साथ मातृभाषा में शिक्षा दिये जाने को भी प्राथमिकता दी गयी है।

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