जयपुर , अक्टूबर 26 -- राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा रविवार को सुबह अचानक जयपुर के संतोकबा दुर्लभजी अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने बकाया चुकाये बिना शव नहीं दे रहे अस्पताल प्रशासन से पीड़ित को शव दिलवाया।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कुछ दिन पहले विक्रम नाम का व्यक्ति दुर्घटना में घायल होने के कारण दुर्लभजी अस्पताल में भर्ती हुआ था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने बकाया चुकाये बिना शव देने से मना कर दिया।

विक्रम का पात्र होने के बावजूद आयुष्मान भारत योजना और राजस्थान की मुख्यमंत्री आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत उपचार नहीं किया गया और परिजनों से इलाज के लिए पांच लाख 75 हजार रुपये ले लिए। इलाज के दौरान ही विक्रम की दो दिन पूर्व मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन ने मौत होने के बाद भी एक लाख 79 लाख रुपये बकाया बता कर पार्थिव देह नहीं दी। जबकि दौसा पुलिस को अस्पताल प्रबंधन ने विक्रम की मौत की खबर भी दे दी और दौसा पुलिस कल से पोस्टमार्टम करवाने का इंतजार कर रही थी। शव गैरकानूनी ढंग से दो दिन अस्पताल में रखा रहा।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित