सिलीगुड़ी , अक्टूबर 08 -- केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने मंगलवार को दार्जिलिंग के भूस्खलन प्रभावित मिरिक क्षेत्र का दौरा किया और लोगों एवं अधिकारियों से बातचीत कर जमीनी हकीकत का आकलन किया।
इस दौरान श्री रिजिजू के साथ पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट भी थे।
केन्द्रीय मंत्री ने दौरे के बाद आज सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के अर्धसैनिक बलों द्वारा किये गये बचाव और निकासी प्रयासों की सराहना की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूत के रूप में क्षेत्र का दौरा करने वाले श्री रिजिजू ने बुधवार को एक पोस्ट में कहा," दार्जिलिंग में बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेते हुए मैंने खपरैल कैंप और मिरिक अलाय मैदान में एसएसबी कर्मियों से मुलाकात की। एसएसबी और एनडीआरएफ द्वारा किये गये बचाव और राहत प्रयास सराहनीय हैं।"उन्होंने कहा, "दार्जिलिंग ज़िले के मिरिक स्थित सौरेनी तोकलांग धार में बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण कर रहा हूं और बाढ़ के बाद की स्थिति का सामना कर रहे परिवारों से मिल रहा हूं। लोगों का साहस और दृढ़ता विपरीत परिस्थितियों में भी झलकती है।"केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने राहत उपायों की समीक्षा की और हर प्रभावित परिवार को निरंतर सहायता का आश्वासन दिया।
भारतीय जनता पार्टी नेता श्री अधिकारी ने एक अपील में सभी से करुणा और मानवता के साथ एकजुट होकर तबाह हो चुके उत्तर बंगाल के पुनर्निर्माण का आग्रह किया।
नंदीग्राम विधायक ने एक्स पर कहा, " आइये हम उत्तर बंगाल के लोगों के जीवन के पुनर्निर्माण में उनका साथ देने के लिए एकजुट हों। आपकी प्रार्थनायें, योगदान और समर्थन बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं।"श्री अधिकारी ने कहा, " विनाश व्यापक है, परिवारों ने अपने प्रियजनों, घरों, पशुधन और आजीविका को खो दिया है। इन क्षेत्रों में हमारे भाइयों और बहनों का दर्द और संघर्ष अकल्पनीय है, फिर भी उनका धैर्य हम सभी को प्रेरित करता है।"उन्होंने राहत शिविरों का भी दौरा किया, लोगों से बात करके उनकी दुर्दशा जानी और उन्हें आश्वासन दिया कि प्रधानमंत्री तक मामले की जानकारी पहुंचने के बाद उनकी सहायता अवश्य की जायेगी।
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