भदोही , अक्टूबर 24 -- भदोही के कुशल कारीगरों ने प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया व स्वदेशी मिशन से प्रेरणा लेकर कालीन उद्योग को सनातन संस्कृति से जुड़े पूजा-पाठ व सहकर्म में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले नवग्रह आसन का निर्माण किया है।

भदोही में सनातन समृद्धि फर्म के मालिक वैभव बरनवाल ने बताया कि कालीन परिक्षेत्र से हर साल करोड़ों अरब डॉलर का कालीन निर्यात होता है। अक्सर देखा गया है कि कभी ग्लोबल मंदी तो कभी यूएस जैसे देशों का टैरिफवार कारोबार के रास्ते में अक्सर रोड़ा बनता रहा है। इन तमाम विषम परिस्थितियों से निपटने के स्वदेशी मिशन से प्रेरणा लेकर उद्योग को सनातन संस्कृति से जोड़कर एक अलग तरह के बाजार की तलाश का प्रयास किया गया है।

उन्होंने बताया कि लगभग डेढ़ साल के अथक प्रयासों व कड़ी मेहनत के बाद अपनी योजना को सनातन संस्कृति से जोड़ने का काम किया गया है। उन्होंने बताया कि इस रिसर्च व डेवलपमेंट( आर एंड डी) पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद नवग्रह आसन का निर्माण किया जा सका है। पिछले दिनों पद्म विभूषण एवं ज्ञान भारती जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से विभूषित श्रेष्ठ जगतगुरु रामभद्राचार्य जी द्वारा इसका लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर गुरुदेव ने कालीन को सनातन से जोड़ने पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि सनातन धर्म के लिए किया जा रहा यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है। इस नवग्रह सुखासन पर बैठकर लोग जप, ध्यान, पूजा व योग करके नवग्रह की कृपा प्राप्त कर अपने जीवन को सुख और समृद्धि से भरपूर बना सकते हैं।

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