ऋषिकेश , नवंबर 05 -- उत्तराखंड के रिषीकेश में कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर बुधवार को त्रिवेणी घाट सहित आसपास के सभी गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह अमृतवेले से ही श्रद्धालु मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे। ''हर-हर गंगे'' के जयघोष से पूरा घाट क्षेत्र गुंजायमान हो उठा।
सनातन परंपरा के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा वर्ष का सबसे मंगलकारी दिन माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा का पर्व गुरु नानक जयंती के साथ पड़ने से धार्मिक आस्था का महत्व और बढ़ गया है।
श्रद्धालु मां गंगा में स्नान के साथ मंदिरों में पूजा-अर्चना कर रहे हैं। घाटों पर घंटियों की मधुर ध्वनि और भजन-संकीर्तन से वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। श्रद्धालु बाबाओं को दान देकर पुण्य अर्जित करने में भी लगे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। गंगा घाटों पर जल पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। त्रिवेणी घाट पर गंगा सभा के सदस्य मुनादी कर श्रद्धालुओं से अपील कर रहे हैं कि वे केवल सुरक्षित घाटों पर ही स्नान करें और अपने सामान की सुरक्षा स्वयं करें।
गंगा स्नान के चलते शहर के प्रमुख मार्गों पर यातायात दबाव बढ़ने की संभावना को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने चौक-चौराहों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की है। घाट चौकी पुलिस लगातार गश्त कर व्यवस्था बनाए रखे हुए है।
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