लखनऊ , अक्तूबर 9 -- राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल दुबे ने गुरुवार को कहा कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) संस्थापक कांशीराम ने भारतीय राजनीति को नयी दिशा दी और उनकी सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ाने की जरुरत है।
पार्टी के प्रदेश कार्यालय में कांशीराम का परिनिर्वाण दिवस श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया। इस अवसर पर श्री दुबे ने कहा कि कांशीराम ने समाज के उस वर्ग को राजनीतिक चेतना दी, जिसे लंबे समय तक अधिकारों से वंचित रखा गया था। उनका पूरा जीवन सामाजिक समरसता, समानता और स्वाभिमान के लिए समर्पित रहा। उन्होंने जाति, धर्म और संप्रदाय की सीमाओं से ऊपर उठकर एक ऐसे भारत की परिकल्पना की जहाँ हर नागरिक को समान अवसर मिले। उन्होने कहा कि आज के दौर में कांशीराम के विचार पहले से भी अधिक प्रासंगिक हैं। जब समाज में विषमता और भेदभाव बढ़ रहा है, तब हमें उनके दिखाए रास्ते पर चलकर सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ाना होगा। राष्ट्रीय लोकदल सदैव किसानों, मजदूरों, वंचितों और कमजोर वर्गों के अधिकारों के लिए संघर्ष करता रहा है, यही कांशीराम जी की विचारधारा का भी सार है।
कार्यक्रम के अंत में सभी ने एक स्वर में कांशीराम जी के आदर्शों को जन-जन तक पहुँचाने और सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर प्रदेश मीडिया प्रभारी मयंक त्रिवेदी ने कहा कि कांशीराम ने जिस सामाजिक एकता और समानता का संदेश दिया, वही आज के भारत की सबसे बड़ी आवश्यकता है। राष्ट्रीय लोकदल उनके विचारों को आगे बढ़ाते हुए हर वर्ग की आवाज़ को मज़बूती से उठाता रहेगा।
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