धर्मशाला , अक्टूबर 14 -- कांगड़ा के उपायुक्त हेमराज बैरवा ने समाज के सभी वर्गों से जिले को क्षय रोग (टीबी) मुक्त बनाने में सहयोग करने का आग्रह किया है।
श्री बैरवा मंगलवार को धर्मशाला स्थित उपायुक्त कार्यालय में आयोजित टीबी मुक्त भारत अभियान की बहु-क्षेत्रीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इसमें टीबी उन्मूलन के लिए चल रहे पिछले प्रयासों की समीक्षा के साथ ही आगामी माह के लिए कार्ययोजना भी तैयार की गयी ।
उपायुक्त ने कहा कि कांगड़ा जिले की 200 से अधिक पंचायतें पहले ही टीबी मुक्त घोषित हो चुकी हैं, जो एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने हालांकि कहा कि टीबी के खिलाफ लड़ाई में प्रत्येक विभाग, पंचायत, संस्था और नागरिक को शामिल होना चाहिए तथा इसे एक जन आंदोलन बनाना चाहिए।
श्री बैरवा ने इसे एक जन आंदोलन बनाने में युवाओं की भागीदारी पर ज़ोर देते हुए कहा कि 'माई युवा भारत', 'युवा सेवा एवं खेल विभाग' और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से उन्हें जोड़ने की कोशिश की जा रही है, लेकिन इसे और व्यापक बनाने की जरूरत है।
उपायुक्त ने श्री सत्य साईं सेवा समिति, संत निरंकारी मंडल और रेड क्रॉस सोसाइटी जैसे संगठनों द्वारा इस लड़ाई में योगदान देने की सराहना करते हुए कहा कि इन संस्थाओं की मदद से निक्षय मित्र पहल के तहत टीबी रोगियों को पोषण संबंधी सहायता, परामर्श और सामाजिक सशक्तिकरण प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बैठक के दौरान अभियान में उत्कृष्ट योगदान के लिए टीबी चैंपियन अंतिमा गुलेरिया और संजीव कुमार सहित विभिन्न संस्थाओं और व्यक्तियों को सम्मानित भी किया।
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