जयपुर , नवंबर 11 -- राजस्थान के नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन राज्यमंत्री झाबर सिंह खर्रा ने राज्य के नगर निगमों को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा की गई बयानबाजी पर पलटवार करते हुए कहा है कि गत कांग्रेस सरकार ने तीन नगर निगमों को राजनीतिक लाभ के लिए दो-दो नगर निगमों में विभाजित किया था।
श्री खर्रा ने मंगलवार रात अपने बयान में यह बात कही। उन्होंने अन्य राज्य की महा नगरपालिकाओं के सटीक उदाहरण और तथ्य रखते हुए राज्य सरकार के फैसले को उचित बताते हुए कहा कि राजस्थान में गत कांग्रेस सरकार ने जयपुर, जोधपुर और कोटा तीन नगर निगमों को अपने राजनीतिक लाभ और कुछ लोगों की इच्छापूर्ति करने के लिए दो-दो नगर निगमों में विभाजित कर दिया था, जिनका किसी भी प्रकार का कोई औचित्य नहीं था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा जयपुर, जोधपुर और कोटा नगर निगमों को एक करने के मामलें में जिस प्रकार की बयानबाजी की जा रही है, उससे यह लगता है कि कहीं ना कहीं उनके राजनीतिक हितों पर गहरी चोट लगी है। इससे बौखलाकर वे लोग जयपुर, जोधपुर और कोटा की जनता को बरगलाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन उनका यह कुत्सित प्रयास किसी भी रूप में सफल नहीं होगा, क्योंकि जनता इतनी जागरूक है कि उन्हें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में भाजपा सरकार के बेहतर प्रशासन, बेहतर विकास और विकसित राजस्थान की दिशा में किए जा रहे विकास कार्यों पर पूरा विश्वास है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा के अनुरूप राजस्थान सरकार विकसित राजस्थान और आत्मनिर्भर राजस्थान की दिशा में जिस तेजी से आगे बढ़ रही है, उससे बौखलाकर विपक्ष अनर्गल बयानबाजी कर रहा है।
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