पटना , नवम्बर 3 -- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने सोमवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि उनकी अपनी विवशता है और वे पार्टी के अध्यक्ष भले हों लेकिन उन्हें भी हाई कमान से ही हुक्म लेना पड़ता है।
श्री त्रिवेदी ने कहा कि श्री खड़गे से अपने ही राज्य कर्नाटक के नेतृत्व के बारे में जब पूछा जाता है, तो उन्हें कहना पड़ता है कि हाई कमान निर्णय लेगा। उन्होंने कहा कि श्री खड़गे अध्यक्ष तो हैं लेकिन हाईकमान नहीं है।
भाजपा मीडिया सेंटर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि खड़गे बिहार चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव के समर्थन में आए हैं, एक ऐसे नेता जिन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते अपने पिता को पोस्टर से गायब कर दिया है। उन्होंने कहा कि एक हाईकमान की ताकत से विहीन राष्ट्रीय अध्यक्ष और दूसरा पोस्टर से गायब राष्ट्रीय अध्यक्ष, ये दो बुजुर्ग नेता, तथाकथित अपनी पार्टी के युवा नेताओं की उच्छृंखलता के शिकार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि इन दोनों बुजर्ग नेताओं के प्रति उनकी पूरी सहानुभूति है।
श्री त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को झूठों का सरदार कहे जाने पर पलटवार करते हुए कहा कि जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार आई, तो बिहार में प्रति व्यक्ति आय 6,900 रुपये थी, जो आज 67 हजार है। उस समय बिहार का बजट 23 हजार करोड़ रुपये था, जो आज 3 लाख 17 हजार करोड़ रुपये हो गया। आज बिजली प्रदेश के शत प्रतिशत इलाकों में पहुँच गयी है, तो क्या ये विकास की कहानी झूठी है।
भाजपा के सांसद ने आगे सवाल करते हुए कहा कि 2013 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यालय ने नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए एक ट्वीट किया था, जिसमें यहां के विकास की तारीफ की गई थी। उन्होंने कहा कि वह प्रसंशा झूठी थी क्या?श्री त्रिवेदी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे को आंख खोलने की नसीहत देते हुए कहा कि आज बिहार में दो अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) हैं, पटना में सेवा जारी है और दरभंगा निर्माणाधीन है। पटना में भारतीय प्राद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) है, गया में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) है। पुराने शासन में केवल छह मेडिकल कॉलेज थे और लालू यादव के शासनकाल में तो एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं बना है। आज 15 मेडिकल कॉलेज हैं।
श्री त्रिवेदी ने कहा कि बिहार की सड़कों की स्थिति देखकर ही समझा जा सकता है कि बिहार में कितना विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि राजद के काल में महिलाओं और बेटियों का जान और सम्मान खतरे में था, लेकिन आज सुरक्षा के मामले में बिहार काफी बेहतर हुआ है। उन्होंने कहा कि यदि किसी को राजनीतिक रतौंधी हो, तो उसका इलाज नहीं किया जा सकता है।
भाजपा के नेता ने कहा कि बिहार का विकास साफ तौर पर दिखता है। उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय की चर्चा की और कहा कि ध्वस्त हुए उस विश्वविद्यालय को जो मुकाम दिया गया है, वह बिहार के गौरव और परंपरा के विकास के साथ उसकी पुनर्स्थापना का प्रमाण है।
उन्होंने छठी मईया की आराधना के पर्व को ड्रामा कहने वालों को आड़े हाथों लिया और कहा कि जनता इस चुनाव में ऐसे लोगों को सबक सिखाएगी। उन्होंने महागठबंधन के नौकरी देने वाले बयान के निहितार्थ को समझाते हुए कहा कि राजद नेता 10 लाख में नौकरी देने की बात कह रहे है। अगर पैसा नहीं होगा, तो जमीन लिखवा लेंगे।
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