राजनांदगांव, अक्टूबर 08 -- कांग्रेस पर्यवेक्षक एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता चरण सिह सपरा राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र में चुनाव के समय पैराशूट प्रत्याशी उतारे जाने के सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए है।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन सृजन अभियान के तहत राजनांदगांव, खैरागढ़ और मोहला-मानपुर-चौकी जिलों के पर्यवेक्षक के तौर पर मुंबई कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष और राष्ट्रीय प्रवक्ता चरण सिंह सपरा इन दिनों राजनांदगांव के दौरे पर हैं।

श्री सपरा को सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र में चुनाव के समय 'पैराशूट प्रत्याशी' उतारे जाने से जुड़े तीखे सवालों का सामना करना पड़ा, जिस पर वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।

पत्रकारों ने श्री सपरा से सीधा सवाल किया कि स्थानीय कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता पूरे पाँच साल सड़कों पर उतरकर, धरने-प्रदर्शन कर, 'जिंदाबाद-मुर्दाबाद' के नारे लगाकर, लाठी-डंडे खाकर और जेल जाकर राजनीतिक संघर्ष करते हैं। लेकिन जब जनता का प्रतिनिधित्व करने (चुनाव लड़ने) का अवसर आता है, तो पार्टी बाहरी व्यक्तियों को लाकर उम्मीदवार बना देती है। स्थानीय कार्यकर्ताओं के वर्षों के त्याग और संघर्ष की अनदेखी क्यों की जाती है। श्री सपरा इन प्रश्नों पर चुप्पी साध गए।

पर्यवेक्षक श्री सपरा तीनों जिलों में शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए उपयुक्त अध्यक्षों की तलाश में आए हैं।

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