रायपुर , नवंबर 06 -- छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने आज कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात रखी। उन्होंने विशेष रूप से मतदाता सूची पुनरीक्षण (एसआईआर) की समयसीमा बढ़ाए जाने और बिजली दरों में कमी किए जाने पर जोर दिया है।

आज यहां पत्रकारों से चर्चा के दौरान श्री बैज ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा शुरू किए गए मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्य में दस्तावेज जमा करने और सत्यापन के लिए दी गई एक माह की समयसीमा अपर्याप्त है। उन्होंने कहा, "वर्तमान में राज्य में धान कटाई का समय चल रहा है, उसके बाद किसानों को धान बेचने के लिए सोसायटी में जाना पड़ता है। अतः यह समय बढ़ाना आवश्यक है।" उनकी मांग है कि इस समयसीमा को बढ़ाकर न्यूनतम तीन माह किया जाए ताकि कोई मतदाता छूटे नहीं। साथ ही, उन्होंने यह भी मांग रखी कि बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) जब मतदाता के घर जाएं तो उनके घर आने का पुष्टि प्रमाण पत्र हासिल करें, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि फर्जी तरीके से पुनरीक्षण न हुआ हो।

एक अन्य प्रमुख मुद्दे पर बात करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कोयले पर लगने वाला शेष (सेस) केंद्र सरकार ने खत्म कर दिया है, ऐसे में बिजली की उत्पादन लागत भी कम हो गई है। उन्होंने मांग की कि विद्युत कंपनी (वीसीए) का पुनर्निर्धारण करे और बिजली के दामों में तत्काल कटौती की जाए। उन्होंने कहा, "बिजली के दाम बढ़ाने, 400 यूनिट के हाफ बिजली की छूट खत्म करने तथा स्मार्ट मीटर के कारण बिजली के दाम लगातार तीन महीने से बहुत बढ़ कर आए हैं, जिससे उपभोक्ता परेशान हैं।"दीपक बैज ने बिलासपुर रेल दुर्घटना को रेलवे की सरासर लापरवाही बताते हुए मृतकों के परिजनों के लिए 1 करोड़ रुपये के मुआवजे और नौकरी की मांग की। हरियाणा चुनाव परिदृश्य पर उन्होंने राहुल गांधी द्वारा प्रस्तुत तथ्यों का हवाला देते हुए कहा कि चुनाव में हेराफेरी के गंभीर आरोप लगे हैं और इसकी जांच होनी चाहिए।

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