नागपुर , अक्टूबर 03 -- वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कर्नाटक राज्य नीति एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष बी आर पाटिल ने 2023 में कर्नाटक की अलंद विधानसभा क्षेत्र के चुनावों में बड़े पैमाने पर मतदाता धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) पर पर्याप्त कार्रवाई करने में विफल रहने के लिए निशाना साधा।

श्री पाटिल ने नागपुर में मीडिया से बात करते हुए दावा किया कि उनकी हार सुनिश्चित करने के लिए रची गयी एक 'सुनियोजित साजिश' के तहत 6,000 से अधिक नामों को मतदाता सूची से हटाने का लक्ष्य बनाया गया था। उन्होंने बताया कि स्वचालित सॉफ्टवेयर का उपयोग करके धोखाधड़ी वाले आवेदन दायर किये गये थे। उन्होंने कहा कि पार्टी ने ' सूची से मतदाताओं के नाम हटाने के प्रयास को विफल कर दिया',' लेकिन नाम हटाने के प्रयास करने वाले दोषियों की पहचान अभी बाकी है।

उन्होंने बताया कि एक पार्टी कार्यकर्ता का नाम हटाये जाने की सूचना उन्हें सबसे पहले फरवरी 2023 में मिली थी। निर्वाचन अधिकारी द्वारा एक प्राथमिकी दर्ज की गयी थी और अब एक विशेष जांच दल (एसआईटी) मामले की जांच कर रहा है। कांग्रेस नेता ने चुनाव आयोग के जवाब को 'टालमटोल और अपर्याप्त' बताते हुये उसकी आलोचना की और तर्क दिया कि यह प्रयास मतदाताओं को मताधिकार से वंचित करने जैसा है।

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