हैदराबाद , नवंबर 05 -- तेलंगाना सरकार के सलाहकार वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मोहम्मद अली शब्बीर ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर उसके एक दशक लंबे शासन के दौरान मुसलमानों को गुमराह करने और अल्पसंख्यक कल्याण की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है।
श्री शब्बीर ने बुधवार को गांधी भवन में सहयोगी मंत्री मोहम्मद अजहरुद्दीन और अन्य नेताओं के साथ मीडिया से बात करते हुए कहा कि बीआरएस 12 प्रतिशत मुस्लिम आरक्षण के अपने वादे को पूरा करने में विफल रही है और यहाँ तक कि उच्चतम न्यायालय में मौजूदा 4 प्रतिशत आरक्षण मामले की भी उपेक्षा की।
उन्होंने आरोप लगाया "पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने मुस्लिम और दलित नेताओं को निशाना बनाया और अल्पसंख्यक कॉलेजों को बंद कर दिया। उर्दू शिक्षा और वक्फ मुद्दों की अनदेखी की।"मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में कांग्रेस की योजनाओं का उल्लेख करते हुये श्री शब्बीर ने कहा कि सरकार ने नए कॉलेजों को मंजूरी दी, अल्पसंख्यक छात्रों के लिए सीटें बढ़ाईं, उर्दू स्कूलों को फिर से खोला, 500 उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति की और 225 करोड़ रुपये के युवा भारत एकीकृत आवासीय विद्यालय कार्यक्रम की शुरुआत की।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कल्याणकारी योजनाओं से सभी समुदायों को समान रूप से लाभ मिलता है श्री शब्बीर ने मुसलमानों और कांग्रेस पर श्री रेड्डी की टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि यह तुष्टिकरण का नहीं, बल्कि समावेश का संदेश है। उन्होंने बीआरएस पर राष्ट्रीय मुद्दों पर भारतीय जनता पार्टी का साथ देने का भी आरोप लगाया। उन्होंने जुबली हिल्स के मतदाताओं से कांग्रेस उम्मीदवार नवीन यादव का समर्थन करने की अपील करते हुए कहा कि पार्टी एकता, न्याय और समानता की पक्षधर है।
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