श्रीनगर , नवंबर 08 -- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम और सोपोर में पुलिस ने एक बड़े अभियान के तहत आतंकवादी नेटवर्क तथा उससे जुड़े तंत्र को ध्वस्त करने के लिए एक साथ बड़ी कार्रवाई शुरू की है।
ये अभियान पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से सक्रिय आतंकवादी आकाओं से यहां जुड़े लोगों और ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के विरुद्ध शुरू किया गया है।
दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में पुलिस ने विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई की और जिले के कई इलाकों में घेराबंदी और तलाशी अभियान (सीएएसओ) चलाये। इन अभियानों में उन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जो सीमा पार स्थित अपने रिश्तेदारों के इशारे पर आतंकवाद को बढ़ावा देने और आतंकवादियों को धन उपलब्ध कराने में शामिल थे।
पुलिस ने कहा, " अभियान के दौरान, पाकिस्तान या पीओके से सक्रिय जम्मू-कश्मीर के नागरिकों के कई रिश्तेदारों और सहयोगियों पर देश-विरोधी गतिविधियों में उनकी निरंतर संलिप्तता, जिसमें रसद सहायता, दुष्प्रचार और भर्ती में सहायता शामिल है, के लिए संबंधित कानूनी प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया। छापेमारी के दौरान डिजिटल उपकरण और अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की गयी। "उत्तरी कश्मीर के सोपोर उप-ज़िले में, पुलिस ने स्थानीय आतंकवादी नेटवर्क को बेअसर करने के लिए ओजीडब्ल्यू और आतंकवादी सहयोगियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की है।
सोपोर पुलिस ज़िले के विभिन्न इलाकों से बड़ी संख्या में संदिग्ध ओजीडब्ल्यू और उनके समर्थकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। इन लोगों से पाकिस्तान स्थित आकाओं के साथ उनके संबंधों, वित्तीय स्रोतों और संचार माध्यमों का पता लगाने के लिए पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि चल रहे अभियान के तहत, सोपोर पुलिस ज़िले के विभिन्न इलाकों से बड़ी संख्या में संदिग्ध ओजीडब्ल्यू और उनके समर्थकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। इन लोगों से पाकिस्तान स्थित आकाओं के साथ उनके संबंधों, वित्तीय स्रोतों और संचार माध्यमों का पता लगाने के लिए गहन पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने कहा, " यह कार्रवाई सोपोर पुलिस की उस आतंकवादी तंत्र को ध्वस्त करने की निरंतर रणनीति का हिस्सा है, जो सक्रिय आतंकवादियों और सीमा पार के आकाओं को धन, रसद और अन्य सहायता प्रदान करता है। कई संदिग्धों पर विभिन्न कानूनों के तहत मामला दर्ज कर उन्हें उप-जेल में बंद कर दिया गया है, जबकि अन्य के खिलाफ राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में सहायता या उन्हें बढ़ावा देने से रोकने के लिए सुरक्षा कार्यवाही शुरू की गयी है।"जिले भर में कई संदिग्ध स्थानों पर तलाशी जारी है, क्योंकि टीमें आतंकवादी संगठनों के स्थानीय समर्थन नेटवर्क की पहचान करने और उन्हें नष्ट करने के लिए काम कर रही हैं। अधिकारियों के अनुसार चल रही कार्रवाई निवारक प्रकृति की है और इसका उद्देश्य युवाओं को चरमपंथी प्रभाव से बचाना है।
अधिकारियों ने कहा, " यह अभियान जारी रहेगा, जिसमें आतंकवादियों के सहयोगियों और उनके आकाओं के नेटवर्क पर नज़र रखने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि विदेशी आकाओं द्वारा स्थिति को बिगाड़ने के प्रयासों के बावजूद शांति और सामान्य स्थिति बनी रहे। "जिले भर में अभियान भारतीय सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के साथ घनिष्ठ समन्वय में चलाये जा रहे हैं, ताकि आतंकवाद और उसके समर्थन ढांचों का मुकाबला करने के लिए सभी सुरक्षा बलों के बीच निर्बाध तालमेल सुनिश्चित हो सके।
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