श्रीनगर , दिसंबर 27 -- पीपल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने कहा है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में कश्मीरियों के साथ बढ़ती उत्पीड़न की घटनाएं राष्ट्रीय एकता की नींव को कमजोर कर रही हैं और इन्हें अलग-थलग कानून-व्यवस्था की घटनाओं के बजाय राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला माना जाना चाहिए।

श्री लोन ने शनिवार को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र के कई परिवारों से संपर्क किए जाने के बाद बोलने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्हें कई लोगों ने प्रदेश के बाहर अपने रिश्तेदारों द्वारा झेले गए अनुभवों के बारे में बताया है।

उन्होंने कहा, "अगर हमारे अपने देश में हमारे साथ इस तरह का व्यवहार किया जाता है, तो एक दर्दनाक सवाल पूछना पड़ता है, इस देश में हमारी क्या स्थिति है?"श्री लोन ने कहा कि काम के लिए पलायन कोई नई बात नहीं है। उन्होंने कहा, " मेरे जिले कुपवाड़ा की पिछले 50 सालों से कम से कम 25 से 35 प्रतिशत पुरुष आबादी भारत के दूसरे हिस्सों में रह रही है और काम कर रही है। कई लोगों ने वहां घर खरीदे हैं और स्थिर जीवन बनाया है," उन्होंने कहा कि इन लोगों ने भारत की आंतरिक एकता को मजबूत करने में एक शांत लेकिन निर्णायक भूमिका निभाई है।

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