खरगोन , नवम्बर 15 -- मध्यप्रदेश के खरगोन जिले की कलेक्टर भव्या मित्तल की फर्जी प्रोफ़ाइल बनाकर व्हाट्सएप एप पर राशि मांगने के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधीक्षक रवींद्र वर्मा ने बताया कि जिला कलेक्टर के नाम से राशि मांगे जाने के मामले में प्रकरण दर्ज कर साइबर सेल की मदद से विवेचना की गई थी। इस मामले में पाया गया कि रीवा के एक एटीएम से राशि निकाली गई है। इसके बाद बैंक से संपर्क कर सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से राशि निकालने वाले व्यक्तियों को चिन्हित किया गया।

उन्होंने बताया कि बैंक अकाउंट और मोबाइल नंबर के आधार पर दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने केवल अकाउंट खुलवाने में मदद की थी, और जिन लोगों ने राशि निकाली है वह फरार हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम प्रयास कर रही है।

उन्होंने बताया कि जो आरोपी अभी पकड़े गए हैं उन्होंने फर्जी नाम से सिम निकाल कर एक फर्जी अकाउंट खुलवाने में मदद की थी। उन्हें पूछताछ के बाद नोटिस ऑफ अपीरियंस पर रिलीज कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि जिला कलेक्टर के नाम से मैसेज तो कई लोगों को आए थे लेकिन केवल एक ही अधिकारी ने राशि ट्रांसफर की थी। उन्होंने पकड़े गए आरोपियों और शिकायतकर्ता अधिकारी का नाम उजागर नहीं किया।

यह घटना दीपावली के आसपास हुई थी । कलेक्टर के नाम से आए सन्देश यह लिखा हुआ आ रहा था कि 'मैं किसी मीटिंग में हूं ,मुझे किसी को अर्जेंटली पे करना है, कृपया इस अकाउंट नंबर पर राशि डिपॉजिट कर दें।" इसके बाद अकाउंट नंबर भी शेयर किया गया था।

कलेक्टर ने जनसंपर्क विभाग के माध्यम से सोशल मीडिया पर अपना नंबर जारी कर इस तरह के साइबर फ्रॉड से सतर्क रहने की अपील भी की थी।

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