नयी दिल्ली , अक्टबूर 14 -- वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत व्यक्तिगत स्वास्थ्य और जीवन बीमा को कर मुक्त करने के बाद इनकी मांग तेजी से बढ़ी है।

ऑनलाइन बीमा कंपनी पॉलिसीबाजार ने मंगलवार को बताया कि सितंबर 2025 की तुलना में अक्टबूर में मांग में औसत वृद्धि ने कोरोना महामारी के दौरान देखी गयी वृद्धि को पीछे छोड़ दिया है। उसके प्लेटफ़ॉर्म पर स्वास्थ्य बीमा की मांग में 1.7 गुना और सावधि (निश्चित समय के लिए) जीवन बीमा की मांग में 1.8 गुना वृद्धि हुई है।

पीबी फिनटेक समूह के ज्वाइंट ग्रुप सीईओ सरबवीर सिंह ने कहा जीएसटी कटौती की घोषणा ने छिपी हुई मांग को सक्रिय कर दिया है। उन्होंने स्वास्थ्य और जीवन बीमा पर कर शून्य करने के सरकार के फैसले को एक प्रगतिशील सुधार बताया जो अनगिनत परिवारों को आश्वस्त करता है और उद्योग को पूरे आत्मविश्वास के साथ देश के हर कोने तक तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित करता है।

कंपनी ने बताया कि आमतौर पर बीमा बाजार में तीन तरह के उपभोक्ता होते हैं: सक्रिय खरीदार, टालमटोल करने वाले और जो अभी तक तय नहीं कर पाये हैं। सक्रिय खरीदारों के लिए कवरेज बढ़ाने का यह सबसे अच्छा समय है। टालमटोल करने वालों के लिए कम लागत अंततः देरी से की गयी खरीदारी को बढ़ावा दे रही है। जीएसटी में राहत ने अनिर्णय की स्थिति वालों को भी प्रोत्साहित किया है।

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