बेंगलुरु , अक्टूबर 02 -- कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने गुरुवार को राज्य कांग्रेस में फूट की अटकलों को खारिज करते हुए घोषणा की है कि विधायक एम डी रंगनाथ और एल आर शिवराम गौड़ा को अनुशासनात्मक नोटिस जारी किए जाएंगे।
ये नोटिस मुख्यमंत्री पद को लेकर विधायकों की हालिया टिप्पणियों से संबंधित हैं। श्री शिवकुमार का संदेश स्पष्ट था कि नेतृत्व के सवाल पर असहमति बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
श्री शिवकुमार ने संवाददाताओं से कहा, "साझेदारी पर चर्चा करने की कोई जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री और मैं मिलकर काम कर रहे हैं। हम आलाकमान के दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं।" एकता का परिचय देते हुए उन्होंने पार्टी की अनुशासनात्मक मंशा का भी संकेत दिया।
'मुख्तार परिवर्तन' की चर्चा को बढ़ावा देने के लिए विपक्ष पर निशाना साधते हुए श्री शिवकुमार ने कहा, "हमें भाजपा की बातों पर प्रतिक्रिया देने की ज़रूरत नहीं है। उन्हें जो कहना है कहने दीजिए।"उन्होंने दोनों विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा, "मैंने अपने कार्यकारी अध्यक्ष जी.सी. चंद्रशेखर को उन्हें (रंगनाथ और गौड़ा) नोटिस देने का निर्देश दिया है। किसी को भी मुख्यमंत्री पद से संबंधित बयान नहीं देना चाहिए।"गांधी जयंती और आरएसएस शताब्दी समारोह के अवसर पर श्री शिवकुमार ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस स्वतंत्रता संग्राम के आदर्शों पर अडिग है।
उन्होंने कहा, "हमने महात्मा गांधी के दर्शन का प्रसार करने और स्वतंत्रता संग्राम से फिर से जुड़ने के लिए गांधी भारत कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का फैसला किया है।"उन्होंने कांग्रेस को राष्ट्रीय मूल्यों का संरक्षक बताया और उसकी तुलना उन (आरएसएस) से की जिनका "स्वतंत्रता आंदोलन से कोई संबंध नहीं" बताया।
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