तिरुवनंतपुरम , अक्टूबर 07 -- केरल में बच्चों के इलाज में कफ सिरप के इस्तेमाल की समीक्षा करने के लिए गठित तीन सदस्यीय समीक्षा समिति ने राज्य स्वास्थ्य विभाग को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज की अध्यक्षता में गठित इस समिति में राज्य औषधि नियंत्रक, बाल स्वास्थ्य नोडल अधिकारी और भारतीय बाल चिकित्सा अकादमी (आईएपी) के राज्य अध्यक्ष भी शामिल थे। इस समिति को राज्य में कफ सिरप के इस्तेमाल, उसकी सुरक्षा और बच्चों को यह दवा देते समय बरती जाने वाली सावधानी पर विचार करने के लिए गठित किया गया।

पैनल के निष्कर्षों के आधार पर, स्वास्थ्य विभाग सुरक्षित चिकित्सा पद्धति सुनिश्चित करने और इन दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए विशिष्ट दिशानिर्देश जारी करने की तैयारी कर रहा है।

यह कदम कोल्ड्रिफ कफ सिरप की गुणवत्ता संबंधी चिंताओं के बाद पूरे केरल में इसकी बिक्री पर रोक लगाने के बाद उठाया गया है।

राज्य औषधि नियंत्रण विभाग ने एहतियात के तौर पर राज्य में तत्काल इस सिरप की बिक्री और वितरण पर रोक लगाने का आदेश दिया। प्रारंभिक जाँच से पता चला है कि संदिग्ध सिरप केरल में वितरित नहीं की गयी थी।

राज्य औषधि नियंत्रण विभाग ने बाजार में उपलब्ध कफ सिरप की गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रामाणिकता की जाँच के लिए एक व्यापक निरीक्षण अभियान शुरू किया है।

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