देहरादून , अक्टूबर 08 -- उत्तराखंड में खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) विभाग नेमंगलवार और बुधवार की छापेमारी के दौरान पौड़ी गढ़वाल और अल्मोडा जिले में काफी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप बरामद किया है और विभिन्न मेडिकल स्टोर्स से कुल 170 कफ सिरप के नमूने लिये हैं।
एफडीए ने अकेले राजधानी देहरादून में ही कुल 07 मेडिकल स्टोरों के लाइसेंस निरस्त किए जाने की कार्रवाई बुधवार को की।
एफडीए के आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि एफडीए की टीम ने पौड़ी -गढ़वाल के कोटद्वार में मंगलवार रात से छापेमारी की। इस दौरान जानलेवा घोषित रेस्पिफ्रेश टीआर कफ सिरप का स्टॉक कई मेडिकल स्टोरों से जब्त किया गया। आज भी टीम ने विभिन्न प्रतिष्ठानों से तीन नए नमूने परीक्षण के लिए हैं। उन्होंने बताया कि इसी तरह, अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया और चांदीखेत में आज एफडीए टीम ने छह मेडिकल स्टोरों पर रेस्पिफ्रेश टीआर की 12 बोतलें जब्त की। यह सिरप पहले ही नॉन सूटेबल क्वालिटी (एनएसक्यू) घोषित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इसी तरह, रुद्रप्रयाग के तिलवाड़ा क्षेत्र में 04 नमूने लिए गए, जिनके सैंपल जांच को भेजे गए हैं। उत्तरकाशी जिले में टीम ने बच्चों में प्रयुक्त चार प्रकार के कफ सिरपों के नमूने लिए और देहरादून की प्रयोगशाला को भेजे।
डॉ. राजेश के अनुसार, देहरादून में बड़े पैमाने पर छापेमारी की गयी। औषधि निरीक्षक मानेंद्र सिंह राणा के नेतृत्व में टीम ने चकराता रोड, किशननगर चौक, बल्लूपुर चौक, कांवली रोड, बल्लीपुर चौक और प्रेमनगर क्षेत्रों में मेडिकल स्टोरों के निरीक्षण में बच्चों को दी जाने वाली खांसी और सर्दी-जुकाम की दवाओं के क्रय-विक्रय पर तत्काल रोक लगाई गयी। उन्होंने बताया कि जिन दुकानों में यह दवाएं भंडारित थीं, उन्हें जब्त कर लिया गया। विक्रेताओं को निर्देशित किया गया कि इन औषधियों का विक्रय अगली सूचना तक न करें। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान, कई विक्रेताओं ने स्वयं संज्ञान लेकर इन दवाओं को पहले ही दुकान से हटा दिया था। टीम ने मौके पर 11 सिरप के नमूने जांच के लिए लिए।
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