धारवाड़ , अक्टूबर 18 -- कर्नाटक में राष्ट्रीय बसवा दल और बसवा केंद्र के सदस्यों ने महाराष्ट्र के कनेरी मठ के संतो की टिप्पणी को लेकर शनिवार को यहां धारवाड़ उपायुक्त कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया ।

यह विरोध प्रदर्शन विजयपुरा जिला प्रशासन की ओर से संतों की कथित टिप्पणियों के बाद कदासिद्धेश्वर स्वामीजी के जिले में दो महीने के लिए प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के बाद हुआ है।

जिला आयुक्त डॉ. के. आनंद द्वारा जारी यह प्रतिबंध का आदेश आगामी 16 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक यह निर्णय जिला पुलिस अधीक्षक की एक रिपोर्ट पर आधारित है जिसमें चेतावनी दी गई थी कि संत की प्रस्तावित यात्रा कानून-व्यवस्था को बाधित कर सकती है। डॉ. आनंद ने नागरिकों से उकसावे पर प्रतिक्रिया न करने की अपील करते हुए कहा कि जिले में सार्वजनिक शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कनेरी मठ के संत के प्रवेश पर दो महीने के लिए प्रतिबंध लगाया गया है।

पिछले सप्ताह महाराष्ट्र के जठ तालुका के बीलूर गाँव में स्वामीजी के भाषण के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया के बाद मुद्दा गरमाया है, जहाँ उन्होंने कथित तौर पर मुख्यमंत्री सिद्दारमैया से जुड़े लिंगायत संतों के एक समूह का मजाक उड़ाया था और उन्हें 'नाटक मंडली' कहा था। उन्होंने कथित तौर पर लोगों से मंदिरों में जाना, घर की मूर्तियों को नदियों में फेंकना, होटलों में शराब पीना, मांस खाना और मौज-मस्ती करना बंद करने का आग्रह किया था।

कथित टिप्पणी को लेकर पूरे कर्नाटक में लिंगायत संतों और बसवा दर्शन के अनुयायियों में व्यापक रोष देखा गया। विजयपुरा और अन्य जिलों में प्रदर्शनकारियों ने पुतले फूँके और दंडात्मक कार्रवाई की मांग की।

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