नयी दिल्ली , दिसंबर 01 -- बिजली उत्पादन और खनन में गिरावट के कारण अक्टूबर में देश के औद्योगिक उत्पादन में 0.4 प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्ज की गयी जो 14 महीने का निचला स्तर है।

अगस्त 2024 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 4.45 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी थी।

इस साल सितंबर में औद्योगिक उत्पादन 4.6 प्रतिशत और पिछले साल अक्टूबर में 3.7 प्रतिशत बढ़ा था।

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वार सोमवार को जारी आंकड़ों में बताया गया है कि नवंबर में बिजली उत्पादन 6.9 प्रतिशत घट गया। एक साल पहले इसमें दो प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी थी। खनन में भी 1.8 प्रतिशत की गिरावट रही, जबकि पिछले साल 0.9 फीसदी की वृद्धि हुई थी।

वहीं, विनिर्माण की वृद्धि दर एक साल पहले के 4.4 प्रतिशत से घटकर 1.8 प्रतिशत रह गयी।

पूरे वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल से अक्टूबर के बीच औद्योगिक उत्पादन 2.7 प्रतिशत बढ़ा है। पिछले साल इसी अवधि में यह चार प्रतिशत ऊपर रहा था। इस दौरान, खनन में 1.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी है जबकि बिजली उत्पादन सपाट रहा था यानी पिछले साल के स्तर पर ही रहा था। विनिर्माण की वृ्द्धि दर 3.9 प्रतिशत पर स्थिर रही।

विनिर्माण के तहत 23 औद्योगिक समूहों में से नौ में अक्टूबर में उत्पादन बढ़ा है, जबकि अन्य में घटा है। प्रमुख धातुओं का विनिर्माण 6.6 प्रतिशत, कोयला और शोधित पेट्रोलियम उत्पादों का उत्पादन 6.2 प्रतिशत और मोटर वाहनों, ट्रेलर तथा सेमी-ट्रेलर का 5.8 प्रतिशत बढ़ा है।

उपयोग के आधार पर प्राथमिक उत्पादों का उत्पादन 0.6 प्रतिशत, टिकाऊ उपभोक्ता उत्पादों का 0.5 प्रतिशत और गैर-टिकाऊ उपभोक्ता उत्पादों का 4.4 प्रतिशत घटा है। पूंजीगत वस्तुओं के उत्पादन में 2.4 प्रतिशत, इंटरमीडिएट वस्तुओं में 0.9 प्रतिशत और बुनियादी ढांचा/ निर्माण की वस्तुओं का उत्पादन 7.1 प्रतिशत बढ़ा है।

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