मुंबई , अक्टूबर 10 -- कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार के नेतृत्व में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समूहों ने शुक्रवार को नागपुर में एक विशाल रैली का आयोजन किया और ओबीसी कोटा बढ़ाकर 42 प्रतिशत करने की मांग की। सकल ओबीसी समाज के बैनर तले आयोजित यह प्रदर्शन यशवंत स्टेडियम से शुरू होकर संविधान चौक पर समाप्त हुआ।
यह विरोध-प्रदर्शन विशेष रूप से राज्य सरकार द्वारा 2 सितंबर को जारी एक सरकारी प्रस्ताव (जीआर) को लागू करने के फैसले के खिलाफ है। यह जीआर उन मराठों को ओबीसी प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने की अनुमति देता है जो अपने को कुनबी वंशावली का साबित कर सकते हैं, जिससे उन्हें ओबीसी श्रेणी के तहत आरक्षण का लाभ मिल सके। यह प्रस्ताव मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल के नेतृत्व में हुए आंदोलन के जवाब में जारी किया गया था।
श्री वडेट्टीवार ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की तीखी आलोचना की। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, "यह केवल एक झलक है। असली तस्वीर तो अभी बाकी है।" उन्होंने कहा, "अगर आपकी इच्छाशक्ति है, तो तेलंगाना राज्य की तरह ओबीसी कोटा बढ़ाकर 42 प्रतिशत कर दीजिए। अगर आप ऐसा करते हैं, तो हम आपके साथ हैं।"श्री वडेट्टीवार ने मराठा आरक्षण आंदोलनकारी मनोज जरांगे पाटिल के इस आरोप का जवाब देते हुए कि ओबीसी नेता इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं, कहा कि यह एक बड़ी रैली है और मैं ओबीसी हित के लिए प्रतिबद्ध हूं। चाहे कुछ भी हो जाए, हम ओबीसी कोटे की रक्षा करेंगे और इसे कमजोर नहीं होने देंगे।
श्री वडेट्टीवार ने तर्क दिया कि 2 सितंबर के सरकारी आदेश से मराठों को ओबीसी कोटे में 'पिछले दरवाजे से प्रवेश' मिल गया है और इस फैसले को उन्होंने 'अन्यायपूर्ण और भेदभावपूर्ण' बताया। उन्होंने इस फैसले के खिलाफ कानूनी और सड़क पर विरोध-प्रदर्शन के जरिए लड़ने का संकल्प लिया।
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