भुवनेश्वर , अक्टूबर 29 -- ओडिशा के देबरीगढ़ वन्यजीव अभयारण्य के अधिकारियों ने आगामी अखिल भारतीय बाघ आकलन (एआईटीई)-2025-26 में स्कूल और कॉलेज के छात्रों को शामिल करने का निर्णय लिया है।

प्रभागीय वन अधिकारी अंशु प्रज्ञान दास ने कहा कि युवाओं को शामिल करके, हम भविष्य के नेताओं और निर्णयकर्ताओं की एक पीढ़ी तैयार करने का प्रयास कर रहे हैं जो अभयारण्य में संरक्षण प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रेरित होंगे।

श्री दास ने कहा कि देबरीगढ़ वन्यजीव अभयारण्य से सटे कॉलेजों और हाई स्कूलों के साथ सहयोग कर युवाओं को वन्यजीव संरक्षण के बारे में जागरूक करने से उन संस्थानों और संगठनों में भी इसके बारे में समझदारी का प्रसार होगा जो इस प्रकार के पहलों के लिए युवाओं को शामिल करते हैं। उन्होंने कहा, "हमने पहली बार छात्रों को इस तरह के अभ्यास में शामिल करने का निर्णय लिया है ताकि उनमें वन्यजीव संरक्षण के प्रति रुझान पैदा हो सके।इस अभ्यास का विषय 'कल के बेहतर वन्यक्षेत्र के लिए आज का संरक्षण' है।"नवंबर में देबरीगढ़ में होने वाली आगामी गणना में डुंगुरी कॉलेज, कामगाँव कॉलेज और लखनपुर हाई स्कूल के छात्रों के 46 समूह भाग लेंगे। छात्रों का 28 अक्टूबर से ही प्रशिक्षण शुरू हो चुका है, जो नवंबर के पहले सप्ताह तक जारी रहेगा। इस प्रशिक्षण में उन्हें 'सैंपलिंग प्रोटोकॉल', डेटा संग्रह, सर्वेक्षण किये जाने वाले विभिन्न प्रकार के शाकाहारी और मांसाहारी जीवों के बारे में बताया जाएगा। विद्यार्थियों को संकेतों, पंजों के निशान, पैरों के निशान, खरोंच, स्वर, गंध और अन्य निशानों एवं चिह्नों के बारे में भी बताया जाएगा।

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