भुवनेश्वर , अक्टूबर 21 -- ओडिशा का पारादीप बंदरगाह जहाज निर्माण, जहाज मरम्मत, बंदरगाह आधुनिकीकरण, स्मार्ट बंदरगाह पहल, व्यवसाय विकास और हरित हाइड्रोजन परियोजनाओं सहित विभिन्न क्षेत्रों में 1.5 लाख करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेगा।

बंदरगाह के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय मुंबई में दुनिया का सबसे बड़ा समुद्री सम्मेलन भारत समुद्री सप्ताह का आयोजन करने जा रहा है। यह 100 से अधिक समुद्री देशों, 200 अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों और 500 अग्रणी समुद्री उद्योगों को एक साथ लाएगा, जिससे यह समुद्री क्षेत्र में ज्ञान साझा करने, निवेश के अवसरों और प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान के लिए एक प्रमुख मंच बन जाएगा। हाल ही में पारादीप बंदरगाह को हरित हाइड्रोजन केंद्र के रूप में अधिसूचित किया गया, जिससे यह तूतीकोरिन और कांडला के साथ भारत के केवल तीन बंदरगाहों में से एक बन गया है जिन्हें यह सम्मान प्राप्त हुआ है।

भारत समुद्री सप्ताह में ओडिशा सरकार भी भाग लेगी, जिसमें राज्य के समुद्री विकास पर एक समर्पित सत्र आयोजित किया जाएगा।

ओडिशा ने पहले ही पारादीप बंदरगाह प्राधिकरण के साथ बहुदा बंदरगाह विकास और केंद्रपाड़ा जिले में एक जहाज निर्माण केंद्र सहित रणनीतिक परियोजनाओं के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनसे महत्वपूर्ण रोजगार और आर्थिक विकास उत्पन्न होने की उम्मीद है। इसके अलावा, ओडिशा समुद्री पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आईएमएडब्ल्यू- 2025 के दौरान पुरी में एक क्रूज टर्मिनल के विकास के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेगा। पहला चरण पुरी पर केंद्रित होगा, जबकि दूसरे चरण में अगले 2-3 वर्षों के भीतर क्रूज टर्मिनल को पारादीप तक विस्तारित किया जाएगा।

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