नयी दिल्ली , नवम्बर 10 -- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आत्मनिर्भर भारत के विजन को आगे बढाने में रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों के योगदान की सराहना करते हुए कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर में स्वदेशी प्लेटफार्मो का उत्कृष्ट प्रदर्शन इन उपक्रमों की विश्वसनीयता और क्षमता को साबित करता है।

उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में 1.51 लाख करोड़ रुपए के रक्षा उत्पादन में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का योगदान 71.6 प्रतिशत था।

श्री सिंह ने सोमवार को यहां सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया और इन उपक्रमों के कामकाज की व्यापक समीक्षा की। साथ ही उन्होंने चार उपक्रमों मुनिशन्स इंडिया लिमिटेड , आर्मर्ड व्हीकल्स निगम लिमिटेड , इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड और हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड ) को मिनीरत्न (श्रेणी-I) का दर्जा हासिल करने पर सम्मानित किया।

रक्षा मंत्री ने देश के रक्षा विनिर्माण इकोसिस्टम को मजबूत करने और आत्मनिर्भर भारत के विजन को आगे बढ़ाने में इन उपक्रमों के निरंतर योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा, " हमारे सभी 16 उपक्रम देश की आत्मनिर्भरता के मजबूत स्तंभ के रूप में काम कर रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर जैसे ऑपरेशनों में उनका उत्कृष्ट प्रदर्शन हमारे स्वदेशी प्लेटफार्मों की विश्वसनीयता और क्षमता को साबित करता है। "श्री सिंह ने चार उपक्रमों के मिनीरत्न का दर्जा हासिल करने को रक्षा क्षेत्र में उनकी बढ़ती दक्षता, स्वायत्तता और योगदान का प्रतीक बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि 2021 में ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड को सात नए उपक्रमों में बदलने से कामकाज की अधिक स्वतंत्रता, नवाचार और प्रतिस्पर्धा को बढावा मिला है। रक्षा मंत्री ने कहा कि अब ये चारों उपक्रम क्षमता विस्तार, आधुनिकीकरण , नए उद्यमों और सहयोगों को शुरू करने में सक्षम होंगे।

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