कोरबा , नवंबर 21 -- छत्तीसगढ़ के कोरबा दीपका थाना क्षेत्र के औद्योगिक इलाके में एसीबी कंपनी के ट्रेलर की चपेट में आने से बाइक सवार युवक की मौत के बाद शुरू हुआ 24 घंटे का चक्काजाम आंदोलन शुक्रवार को समाप्त हो गया।

आंदोलनकारियों की मांगों पर कंपनी प्रबंधन ने मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये की तात्कालिक सहायता राशि, एक सदस्य को स्थायी नौकरी और आजीवन पेंशन देने पर सहमति जताई। वहीं सड़क पर बढ़ते धूल और प्रदूषण को देखते हुए नियमित पानी छिड़काव करने का भी आश्वासन दिया गया।

बताया गया कि 35 वर्षीय युवक, जो मूलतः कोहड़िया निवासी था और पिछले कुछ वर्षों से मड़वाडोरा में किराए के मकान में रहकर एसीबी कंपनी में मजदूरी करता था, अपनी बाइक से लौटते समय तेज रफ्तार ट्रेलर की चपेट में आ गया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद वाहन चालक फरार हो गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

घटना के बाद क्षेत्र में आक्रोश फैल गया और लोगों ने उचित मुआवजा तथा अन्य मांगों को लेकर सड़क जाम कर दिया। देखते ही देखते चाकुबुड़ा-दीपका-विजयनगर मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।

सूचना पर दीपका थाना प्रभारी प्रेमचंद साहू और कंपनी अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा आंदोलनकारियों से चर्चा की। देर रात तक चली वार्ता के बाद चक्काजाम समाप्त हुआ।

स्थानीय ग्रामीणों ने भारी वाहनों के अत्यधिक दबाव और धूल के कारण हो रही लगातार दुर्घटनाओं पर नाराजगी व्यक्त की। लोगों का कहना है कि गोबरघोरा, विजयनगर, दीपका सहित मुख्य मार्ग पर पानी का छिड़काव नहीं होने से सड़क हादसे आम हो चुके हैं।

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