मुंबई , नवंबर 06 -- भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की इकाई एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड (एसबीआईएफएमएल) का प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम अगले साल आयेगा।
एसबीआई ने गुरुवार को शेयर बाजार को बताया कि वह एसबीआईएफएमएल में अपनी लगभग 6.3 प्रतिशत हिस्सेदारी (3,20,60,000 इक्विटी शेयर) बेचेगी। इसके अलावा दूसरी प्रवर्तक कंपनी अमुंडी इंडिया होल्डिंग अपने 1,88,30,000 शेयर (लगभग 3.7 प्रतिशत) शेयर बेचेगी। इस प्रकार कुल मिलाकर ओएफएस के लिए 5,08,90,000 (करीब 10 प्रतिशत) शेयर उपलब्ध होंगे।
एसबीआई ने बताया कि दोनों प्रवर्तकों ने मिलकर आईपीओ प्रक्रिया शुरू की है, जिसके साल 2026 में पूरा होने की उम्मीद है। एसबीआईएफएमएल देश की सबसे बड़ी परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी है। इसकी बाजार हिस्सेदारी 15.55 प्रतिशत है। उसने चालू वित्त वर्ष की दूसरी (जुलाई-सितंबर) तिमाही में विभिन्न स्कीम के तहत औसतन 11.99 लाख करोड़ रुपये की परिसंपत्ति का प्रबंधन किया था।
एसबीआई म्यूचुअल फंड की स्थापना साल 1987 में हुई थी। यह यूटीआई से इतर देश का पहला म्यूचुअल फंड था। साल 1992 में इसका नाम बदलकर एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड कर दिया गया था। एसबीआईएफएमएल में वर्तमान में एसबीआई की हिस्सेदारी 61.91 प्रतिशत और अमुंडी इंडिया की 36.36 प्रतिशत है।
भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन चल्ला एस. शेट्टी ने कहा कि एसबीआई फंड्य मैनेजमेंट शेयर बाजार में पंजीकृत होने वाली एसबीआई की तीसरी इकाई होगी।
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