अमृतसर , अक्टूबर 01 -- कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) तकनीक के दुरुपयोग से सिख धर्म की बेअदबी को रोकने के लिए नीति बनाने के लिए बुधवार को एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के नेतृत्व में इसक्षेत्र में कार्यरत तकनीकी विशेषज्ञों के साथ एसजीपीसी कार्यालय में एक बैठक हुई।
बैठक में एआई तकनीक के विशेषज्ञों ने भविष्य की चुनौतियों और इसके दुरुपयोग को रोकने के मद्देनजर अपने बहुमूल्य सुझाव दिये।
एडवोकेट धामी ने बताया कि सोशल मीडिया पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के ज़रिए सिख भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले वीडियो और अन्य सामग्री में लगातार हो रही वृद्धि बेहद चिंता का विषय है। इसी के मद्देनज़र एसजीपीसी ने इस क्षेत्र में काम कर रहे विशेषज्ञों से सुझाव लेने के लिए आज की बैठक बुलाई थी, ताकि इसके दुरुपयोग को रोकने के लिए एक ठोस नीति तैयार की जा सके।
उन्होंने बताया कि आज की बैठक में बहुमूल्य सुझाव मिले हैं, जिन पर अंतरिम कमेटी की आगामी बैठक में चर्चा की जायेगी। उन्होंने एसजीपीसी के निमंत्रण पर पहुंचे एआई विशेषज्ञों का विशेष रूप से धन्यवाद भी किया।
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