अमृतसर , अक्टूबर 13 -- शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों के वार्षिक चुनाव के लिए कमेटी की आम बैठक तीन नवंबर को बुलायी गयी है।

अंतरिम समिति की बैठक के बाद सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने बताया कि आम सभा अपराह्न 12 बजे तेजा सिंह समुंद्री हॉल में होगी, जिसमें अध्यक्ष, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, कनिष्ठ उपाध्यक्ष, महासचिव और अंतरिम कमेटी के सदस्यों का चुनाव किया जायेगा।

अंतरिम समिति के निर्णयों की जानकारी देते हुए एडवोकेट धामी ने बताया कि गुरु तेग बहादुर की शहादत का 350वां शताब्दी समारोह खालसा परंपराओं के अनुसार 23 नवंबर से 29 नवंबर तक श्री आनंदपुर साहिब में मनाया जाएगा और मुख्य समारोह 25 नवंबर को होगा।

उन्होंने कहा कि श्रीनगर के मटन से नगर कीर्तन के संबंध में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और स्थानीय सिख नेताओं के साथ विचार-विमर्श करके जल्द ही एक कार्यक्रम तैयार किया जायेगा।

एडवोकेट धामी ने कहा कि शहीदी के 350वां शताब्दी समारोह मनाने और इसे शताब्दी समारोह का हिस्सा बनाने के लिए हिंदू और अन्य धर्मों के धार्मिक नेताओं के साथ बैठकें की जायेंगी। उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार सेवायें प्रदान कर रही है।

एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि अंतरिम कमेटी की बैठक में राहत सेवाओं की समीक्षा की गयी। उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी ने शुरुआत में जहां बड़े पैमाने पर लंगर, आवश्यक वस्तुयें, चिकित्सा सुविधायें और डीजल उपलब्ध करवाया, वहीं अब किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध करवाने का काम शुरू किया जा रहा है। इस संबंध में शिरोमणि कमेटी ने गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब डेरा बाबा नानक, गुरुद्वारा बाबा बुड्ढा जी रामदास, गुरुद्वारा श्री बेर साहिब सुल्तानपुर लोधी और गुरुद्वारा श्री जामनी साहिब बजीदपुर फिरोजपुर सहित कई केंद्र स्थापित किए हैं। 10 एकड़ से कम जमीन वाले प्रभावित किसान इन जगहों पर अपना नाम दर्ज करवाएं ताकि समय पर बीज उपलब्ध करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि जिन गुरु घरों में पानी घुस गया है, उनकी सूची प्रचारकों के माध्यम से तैयार की जा रही है और जल्द ही गुरुद्वारा सबिहान को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि भेज दी जायेगी।

एआई द्वारा गुरबाणी, सिख इतिहास, धार्मिक प्रतीकों और गुरु-स्थानों की बेअदबी के संबंध में अंतरिम समिति के फैसले की जानकारी देते हुए एडवोकेट धामी ने कहा कि ऐसे किसी भी मामले में वीडियो आदि बनाने और उन्हें आगे शेयर करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी और किसी भी तरह की माफी नहीं दी जायेगी। उन्होंने कहा कि इस काम के लिए इंटरनेट और साइबर अपराध के कानूनी विशेषज्ञों की सेवायें भी ली जायेंगी। ऐसी सिख विरोधी गतिविधियों को रोकने के लिए एक डिजिटल टास्क फोर्स का भी गठन किया जायेगा, जिसमें शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का इंटरनेट विभाग, आईटी विंग, श्री गुरु ग्रंथ साहिब विश्व विश्वविद्यालय श्री फतेहगढ़ साहिब, खालसा कॉलेज पटियाला, गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज लुधियाना और बाबा बंदा सिंह बहादुर इंजीनियरिंग कॉलेज श्री फतेहगढ़ साहिब संगठित तरीके से काम करेंगे। उन्होंने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तकनीक की अग्रणी कंपनियों के साथ भी संपर्क किया जायेगा, ताकि सिख धर्म से जुड़े मामलों से संबंधित आपत्तिजनक सामग्री को रोका जा सके।

एडवोकेट धामी ने कहा कि एसजीपीसी गुरबाणी, सिख सिद्धांतों, सिख इतिहास और शिष्टाचार से संबंधित एक डिजिटल डेटा बैंक बनायेगी, ताकि इंटरनेट से प्रामाणिक जानकारी मिल सके। उन्होंने जहां सरकारों से धर्म के विरुद्ध एआई सामग्री को रोकने के लिए दंडात्मक कानून बनाने की मांग की, वहीं संगत से भी ऐसे वीडियो और अन्य सामग्री को आगे साझा न करने की अपील की।

एसजीपीसी अध्यक्ष ने बताया कि एसजीपीसी के सहयोग से, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके द्वारा नौवें गुरु जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित, गुरुद्वारा सीसगंज साहिब, दिल्ली से श्री अमृतसर तक एक साइकिल यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यह यात्रा 15 नवंबर 2025 को दिल्ली से शुरू होकर 20 नवंबर को अमृतसर पहुंचेगी।

बैठक में शिरोमणि कमेटी के कर्मचारियों को तीन प्रतिशत महंगाई भत्ता देने का भी फैसला लिया गया। इसके अलावा, गुरु नानक खालसा कॉलेज माटुंगा, मुंबई को विश्वविद्यालय में बदलने की भी मंजूरी दी गयी। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के कौलपुर गांव में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूपों को जलाकर की गई बेअदबी पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए, सरकारों से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए दोषियों के विरुद्ध कड़ी सज़ा का प्रबंध करने को कहा गया।

एडवोकेट धामी ने मीडिया से बातचीत में यह भी बताया कि वह कल, 14 अक्टूबर को एक प्रतिनिधिमंडल के साथ, नज़रबंद बलवंत सिंह राजोआना से मिलने पटियाला जेल जायेंगे।

इससे पहले शिरोमणि कमेटी के सदस्य भाई राम सिंह और पूर्व सदस्य जगजीत सिंह बराड़ के निधन पर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि देने के लिए मूल मंत्र और गुरु मंत्र का जाप किया गया।

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